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खरीद केंद्र में धांधली से परेशान किसानों का प्रदर्शन
Banda
Updated Thu, 17 May 2012 12:00 PM IST
अतर्रा। सरकारी गेहूं खरीद केंद्रों में किसानों की मुसीबत कम नहीं हो रही। गेहूं बेचने के लिए तपती दुपहरी में हफ्तों इंतजार करना पड़ता है। बुधवार को 10 दिन से बारी का इंतजार कर रहे किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उप जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव व नारेबाजी कर अधिकारियों को कोसा।
कृषि उत्पादन मंडी समिति में गेहूं बेचने वाले किसानों की भीड़ लगी है। तीन कांटे न लगाए जाने से कतार दिन-प्रतिदिन लंबी होती जा रही है। बुधवार को विपणन शाखा खरीद केंद्र में एक असरदार नेता के गेहूं की तौल शुरू होने पर 10 दिन से डेरा डाले किसान उत्तेजित हो गए। फोन पर उप जिलाधिकारी को अनियमितता की जानकारी दी। दो घंटे तक इंतजार के बाद उप जिलाधिकारी के न पहुंचने पर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। नारेबाजी करते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे और घेराव किया। एसडीएम अशोक कुमार पुष्कर द्वारा शांत रहकर अपनी बात कहने की नसीहत देने पर किसान और भड़क उठे। कुछ किसानों ने अपने सिर की पगड़ी (अंगौछा) एसडीएम के पैरों में डालकर गुहार लगाई कि 10 दिन से लू के थपेड़ों में दिन काट रहे हैं। खरीद केंद्र में बिचौलियों, दलालों और असरदार लोगों का गेहूं खरीदा जा रहा है। किसान धीरेंद्र, श्यामकरण (महोतरा), चुन्नू (दिखितवारा), राजेश्वर व रामकृपाल (बरेहंडा), महेंद्र प्रताप(परवतपुरवा), चंद्रभवन दीक्षित (ओरहा), सोना प्रसाद (जयराम बारी), राजा सिंह, हरिशंकर सिंह व हरीदत्त (तेरा ब) आदि ने खरीद केंद्र की अव्यवस्था बताई। एसडीएम ने कानूनगो अवधेश मिश्रा को केंद्र भेजकर जांच करने को कहा। किसानों ने आरोप लगाया कि खर्च के नाम पर प्रति कुंतल 50 रुपए वसूले जाते हैं। तीन किलो गेहूं प्रति कुंतल कटौती की जा रही है।
अतर्रा। सरकारी गेहूं खरीद केंद्रों में किसानों की मुसीबत कम नहीं हो रही। गेहूं बेचने के लिए तपती दुपहरी में हफ्तों इंतजार करना पड़ता है। बुधवार को 10 दिन से बारी का इंतजार कर रहे किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। उप जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव व नारेबाजी कर अधिकारियों को कोसा।
कृषि उत्पादन मंडी समिति में गेहूं बेचने वाले किसानों की भीड़ लगी है। तीन कांटे न लगाए जाने से कतार दिन-प्रतिदिन लंबी होती जा रही है। बुधवार को विपणन शाखा खरीद केंद्र में एक असरदार नेता के गेहूं की तौल शुरू होने पर 10 दिन से डेरा डाले किसान उत्तेजित हो गए। फोन पर उप जिलाधिकारी को अनियमितता की जानकारी दी। दो घंटे तक इंतजार के बाद उप जिलाधिकारी के न पहुंचने पर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। नारेबाजी करते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे और घेराव किया। एसडीएम अशोक कुमार पुष्कर द्वारा शांत रहकर अपनी बात कहने की नसीहत देने पर किसान और भड़क उठे। कुछ किसानों ने अपने सिर की पगड़ी (अंगौछा) एसडीएम के पैरों में डालकर गुहार लगाई कि 10 दिन से लू के थपेड़ों में दिन काट रहे हैं। खरीद केंद्र में बिचौलियों, दलालों और असरदार लोगों का गेहूं खरीदा जा रहा है। किसान धीरेंद्र, श्यामकरण (महोतरा), चुन्नू (दिखितवारा), राजेश्वर व रामकृपाल (बरेहंडा), महेंद्र प्रताप(परवतपुरवा), चंद्रभवन दीक्षित (ओरहा), सोना प्रसाद (जयराम बारी), राजा सिंह, हरिशंकर सिंह व हरीदत्त (तेरा ब) आदि ने खरीद केंद्र की अव्यवस्था बताई। एसडीएम ने कानूनगो अवधेश मिश्रा को केंद्र भेजकर जांच करने को कहा। किसानों ने आरोप लगाया कि खर्च के नाम पर प्रति कुंतल 50 रुपए वसूले जाते हैं। तीन किलो गेहूं प्रति कुंतल कटौती की जा रही है।