बबेरू। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने खरीद केंद्रों में मनमानी और किसानों की मुसीबत को देखते हुए 22 मई को तहसील मुख्यालय व 30 मई को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन का एलान किया गया। जिला सचिव डा.रामचंद्र सरस ने कहा है कि गाढ़ी कमाई का गेहूं बेचने के लिए किसानों को खरीद केंद्रों में हफ्तों इंतजार करना पड़ता है। किराए पर ट्रैक्टर लेकर आने वाले किसानों की तमाम रकम भाड़े में खर्च हो जाती है। नतीजे में किसान अढ़तियों के यहां 1000 रुपए कुंतल गेहूं बेचने को मजबूर है। शादी-विवाह और ऋण अदायगी वाले किसानों की हालत सबसे ज्यादा खराब है। कमीशन एजेंट नियुक्त करने के नाम पर रिश्वत मांगी जा रही है। नतीजे में अभी तक कमीशन एजेंट नियुक्त नहीं हो पाए।
बबेरू। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने खरीद केंद्रों में मनमानी और किसानों की मुसीबत को देखते हुए 22 मई को तहसील मुख्यालय व 30 मई को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन का एलान किया गया। जिला सचिव डा.रामचंद्र सरस ने कहा है कि गाढ़ी कमाई का गेहूं बेचने के लिए किसानों को खरीद केंद्रों में हफ्तों इंतजार करना पड़ता है। किराए पर ट्रैक्टर लेकर आने वाले किसानों की तमाम रकम भाड़े में खर्च हो जाती है। नतीजे में किसान अढ़तियों के यहां 1000 रुपए कुंतल गेहूं बेचने को मजबूर है। शादी-विवाह और ऋण अदायगी वाले किसानों की हालत सबसे ज्यादा खराब है। कमीशन एजेंट नियुक्त करने के नाम पर रिश्वत मांगी जा रही है। नतीजे में अभी तक कमीशन एजेंट नियुक्त नहीं हो पाए।