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नरैनी (बांदा)। खेत की रखवाली कर रहे दो किशोरों को आधा दर्जन से ज्यादा सशस्त्र बदमाशों ने अगवा कर लिया। उनका मुंह और हाथ-पैर बांधकर जंगल ले गए। परिजनों से एक-एक लाख फिरौती मांगी। पुलिस और ग्रामीणों ने मिलकर बदमाशों का पीछा किया और घेराबंदी की। कई घंटे बाद बदमाश दोनों किशोरों को छोड़कर भाग गए। बदमाशों ने दोनों को जमकर पीटा भी।
कोतवाली क्षेत्र के बड़हर का पुरवा (गंगापुरवा) निवासी शिवमोहन यादव (16) पुत्र बिंदा और बृजकिशोर यादव (17) पुत्र भगवानदीन सोमवार को तीसरे पहर करीब 3:30 बजे खेत में थे। तभी सात असलहाधारी बदमाश आए और दबोचकर मुंह व हाथ-पैर बांध दिए। जंगल की ओर ले गए। बदमाशों ने बृजकिशोर का मोबाइल लेकर उसके पिता से एक-एक लाख रुपए फिरौती भेजने को कहा। धमकी दी कि किसी को बताया तो दोनों को जान से मार देंगे। पिता ने इसकी सूचना कोतवाली और गांव में दी। गांव के तमाम युवक लाठी-डंडे, भाला, फरसा से लैस होकर जंगल की ओर दौड़ पड़े। इसी दौरान क्षेत्राधिकारी धर्म सिंह मर्छल और कोतवाली प्रभारी विवेकानंद तिवारी कई जीपों में फोर्स लेकर आ गए। बदमाशों का पीछा करते हुए घेराबंदी की। इस बीच बदमाशों ने दोनों किशोरों को लाठियों से जमकर पीटा। अपने को घिरता देख शाम 7 बजे बदमाशों ने दोनों पकड़ छोड़ दीं और केन नदी पार कर मध्य प्रदेश की ओर भाग गए।
दोनों किशोरों ने बताया कि दो बदमाश अपना चेहरा बांधे थे। पांच अन्य को वह नहीं पहचानते। फोन पर बात करने के बाद बदमाशों ने दोनों को डंडों से जमकर पीटा। दोनों के जिस्म में चोट आई। देर रात तक पुलिस जंगल की कांबिंग कर रही थी। गौरतलब है कि दो माह पूर्व भी बदमाशों ने एक ट्रैक्टर चालक की पकड़ की थी। दहशतजदा किसान खेत जाने में घबरा रहे हैं।
नरैनी (बांदा)। खेत की रखवाली कर रहे दो किशोरों को आधा दर्जन से ज्यादा सशस्त्र बदमाशों ने अगवा कर लिया। उनका मुंह और हाथ-पैर बांधकर जंगल ले गए। परिजनों से एक-एक लाख फिरौती मांगी। पुलिस और ग्रामीणों ने मिलकर बदमाशों का पीछा किया और घेराबंदी की। कई घंटे बाद बदमाश दोनों किशोरों को छोड़कर भाग गए। बदमाशों ने दोनों को जमकर पीटा भी।
कोतवाली क्षेत्र के बड़हर का पुरवा (गंगापुरवा) निवासी शिवमोहन यादव (16) पुत्र बिंदा और बृजकिशोर यादव (17) पुत्र भगवानदीन सोमवार को तीसरे पहर करीब 3:30 बजे खेत में थे। तभी सात असलहाधारी बदमाश आए और दबोचकर मुंह व हाथ-पैर बांध दिए। जंगल की ओर ले गए। बदमाशों ने बृजकिशोर का मोबाइल लेकर उसके पिता से एक-एक लाख रुपए फिरौती भेजने को कहा। धमकी दी कि किसी को बताया तो दोनों को जान से मार देंगे। पिता ने इसकी सूचना कोतवाली और गांव में दी। गांव के तमाम युवक लाठी-डंडे, भाला, फरसा से लैस होकर जंगल की ओर दौड़ पड़े। इसी दौरान क्षेत्राधिकारी धर्म सिंह मर्छल और कोतवाली प्रभारी विवेकानंद तिवारी कई जीपों में फोर्स लेकर आ गए। बदमाशों का पीछा करते हुए घेराबंदी की। इस बीच बदमाशों ने दोनों किशोरों को लाठियों से जमकर पीटा। अपने को घिरता देख शाम 7 बजे बदमाशों ने दोनों पकड़ छोड़ दीं और केन नदी पार कर मध्य प्रदेश की ओर भाग गए।
दोनों किशोरों ने बताया कि दो बदमाश अपना चेहरा बांधे थे। पांच अन्य को वह नहीं पहचानते। फोन पर बात करने के बाद बदमाशों ने दोनों को डंडों से जमकर पीटा। दोनों के जिस्म में चोट आई। देर रात तक पुलिस जंगल की कांबिंग कर रही थी। गौरतलब है कि दो माह पूर्व भी बदमाशों ने एक ट्रैक्टर चालक की पकड़ की थी। दहशतजदा किसान खेत जाने में घबरा रहे हैं।