सुरेमनपुर। बैरिया तहसील में खाद्यान्न, आवास के बाद अब पेंशन में गड़बड़झाला का मामला प्रकाश में आया है। वृद्ध, विकलांग और विधवाओं को मिलने वाली सरकारी योजनाओं का लाभ अपात्रों को मिल रहा है। कर्मचारियों ने पात्रों को अपात्र बनाते हुए अपात्रों को पात्र बना दिया है। हालत यह है कि सरकारी नौकरी करने वाले भी पेंशन का लाभ उठा रहे हैं। जबकि, जरूरत मंद पेंशन के लिए कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं। ऐसे सैकड़ों आवेदन कार्यालय में पड़े होंगे।
बैैरिया ब्लाक क्षेत्र के कुल 1444 लोग वृद्धा, 1621 विधवा एवं 960 विकलांग पेंशन का लाभ उठा रहे हैं। गत दो साल पहले सत्यापन के नाम पर 424 वृद्धा, 325 विधवा पेंशनरों को अपात्र घोषित कर दिया गया। पेंशन को फिर से बहाल कराने के लिए समाज कल्याण विभाग से लेकर बैरिया ब्लाक मुख्यालय तक का चक्कर लगाते-लगाते थक चुके हैं। ग्राम पंचायत चकिया के काश्तकार विजेंद्र सिंह पेंशन संख्या-377, योगेंद्र नाथ सिंह पेंशन संख्या 378, एयर फोर्स से सेवानिवृत्त सैनिक रामायण सिंह की पत्नी लालमोटो देवी पेंशन संख्या 309, आर्मी में कार्यरत सैनिक की माता माया देवी पेंशन संख्या 320, पश्चिम बंगाल में कार्यरत रहे अध्यापक रघुवीर सिंह पेंशन संख्या 330 आदि आपत्र होते हुए भी पेंशन का लाभ उठा रहे हैं।
पूर्व वृद्धा पेंशन पाने वाली चकिया गांव निवासिनी रूकमिणी देवी पत्नी शिव नाथ राम, पर्मिला देवी पत्नी वीरेंद्र राम व विधवा पेंशन पाने वाली जमालपुर निवासी रुकती देवी पत्नी स्व. रामदरश राम आदि सैकड़ों पात्र होते हुए भी समाज कल्याण विभाग से लेकर बैरिया ब्लाक मुख्यालय तक का चक्कर लगा रहे है।
सुरेमनपुर। बैरिया तहसील में खाद्यान्न, आवास के बाद अब पेंशन में गड़बड़झाला का मामला प्रकाश में आया है। वृद्ध, विकलांग और विधवाओं को मिलने वाली सरकारी योजनाओं का लाभ अपात्रों को मिल रहा है। कर्मचारियों ने पात्रों को अपात्र बनाते हुए अपात्रों को पात्र बना दिया है। हालत यह है कि सरकारी नौकरी करने वाले भी पेंशन का लाभ उठा रहे हैं। जबकि, जरूरत मंद पेंशन के लिए कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं। ऐसे सैकड़ों आवेदन कार्यालय में पड़े होंगे।
बैैरिया ब्लाक क्षेत्र के कुल 1444 लोग वृद्धा, 1621 विधवा एवं 960 विकलांग पेंशन का लाभ उठा रहे हैं। गत दो साल पहले सत्यापन के नाम पर 424 वृद्धा, 325 विधवा पेंशनरों को अपात्र घोषित कर दिया गया। पेंशन को फिर से बहाल कराने के लिए समाज कल्याण विभाग से लेकर बैरिया ब्लाक मुख्यालय तक का चक्कर लगाते-लगाते थक चुके हैं। ग्राम पंचायत चकिया के काश्तकार विजेंद्र सिंह पेंशन संख्या-377, योगेंद्र नाथ सिंह पेंशन संख्या 378, एयर फोर्स से सेवानिवृत्त सैनिक रामायण सिंह की पत्नी लालमोटो देवी पेंशन संख्या 309, आर्मी में कार्यरत सैनिक की माता माया देवी पेंशन संख्या 320, पश्चिम बंगाल में कार्यरत रहे अध्यापक रघुवीर सिंह पेंशन संख्या 330 आदि आपत्र होते हुए भी पेंशन का लाभ उठा रहे हैं।
पूर्व वृद्धा पेंशन पाने वाली चकिया गांव निवासिनी रूकमिणी देवी पत्नी शिव नाथ राम, पर्मिला देवी पत्नी वीरेंद्र राम व विधवा पेंशन पाने वाली जमालपुर निवासी रुकती देवी पत्नी स्व. रामदरश राम आदि सैकड़ों पात्र होते हुए भी समाज कल्याण विभाग से लेकर बैरिया ब्लाक मुख्यालय तक का चक्कर लगा रहे है।