बलिया। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार की देर शाम धूल भरी आंधी ने ग्रामीण क्षेत्रों ने तबाही मचाई। आंधी में दोकटी थाना क्षेत्र में एक जगह ईंट की दीवार ढह गई जिसमें एक वृद्ध की दबकर मौत हो गई। जबकि रिहायशी झोपड़ी के धराशायी होने और पेड़ गिरने से दो व्यक्ति और एक भैंस जख्मी हो गई। वहीं कई स्थानों पर करकट, टीनशेड के साथ ही सैकड़ों रिहायशी झोपड़ियां धराशायी हो गईं। कई जगह बिजली के पोल और तार जगह-जगह से टूटकर गिर गए। जिसकी वजह से कई गांवों में विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। संचार व्यवस्था भी ठप हो गई। आंधी ने व्यापक पैमाने पर क्षति पहुंचाई है।
लालगंज संवाददाता के अनुसार जगदीशपुर के फूलचंद्र पांडेय (65) अपने टीनशेड के मकान में सोए थे। इसी बीच शुक्रवार की देर शाम आई आंधी और हल्की बारिश के चलते ईंट की दीवार ढह गई जिसकी चपेट में आने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। तहसील प्रशासन और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उधर, जगदीशपुर निवासिनी शिवरात्रि देवी (55) पत्नी विश्वनाथ यादव, नरदरा निवासी परशुराम तिवारी (80) अपने-अपने रिहायशी झोपड़ी में सो रहे थे तभी आंधी आई और झोपड़ी गिर गई जिसमें दबकर दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। परिजनों ने उनका उपचार निजी चिकित्सक के यहां कराया। उधर, आंधी में मुरारपट्टी निवासी संजय पासी के भैंस पर इमली का पेड़ गिर गया। जिससे भैंस की मौत हो गई। गड़ेरिया निवासी पुरुषोत्तम राय की जर्सी गाय पर पीपल का पेड़ गिर जाने से गाय की कमर टूट गई। वहीं जगदीशपुर भुसौला हरिजन बस्ती, नरदरा में ट्रांसफार्मर सहित हाईटेंशन तार टूट कर गिर गया जिससे क्षेत्र की बिजली व्यवस्था पूरी तरह से बाधित हो गई।
रामपुरकोड़रहा संवादाता के मुताबिक शुक्रवार की देर शाम आई धूल भरी आंधी से आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। आंधी ने बिजली का तारा, खंभा और पेड़ों की टहनियां टूटकर गिर गईं। आंधी ने टीनशेड, होर्डिंग और रिहायशी झोपड़ियों को तहस-नहस कर दिया। इससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
रेवती संवाददाता के मुताबिक शुक्रवार की देर शाम आई तेज आंधी-तूफान में स्थानीय नगर सहतवार फीडर के विद्युत पोल धराशायी हो गए। उत्तर पश्चिम दिशा से चली आंधी ने स्थानीय रेल स्टेशन, रेवती कुआं पीपर, रेवती-बलिया मार्गों पर दर्जनों जगह पेड़ों तथा डालों को गिरा दिया। उधर, मांझा और सेमरा के कटान विस्थापितों की सौ से अधिक रिहायशी झोपड़ियां भी तूफान में उड़ गईं।
नगर रेवती में भटवलिया तथा तिवारी खंड क्षेत्र में टीन शेड उड़ गए। हरेश यादव तथा डुलडुल तिवारी ने बताया कि उनका टीन शेड करीब दो सौ मीटर दूर उड़ गया और करकटों का तो पता ही नहीं चला कि कहां उड़ गए भटवलिया तथा दुसाध टोली में झोपड़ियों के गिरने से दो परिवार छप्पर के नीचे दब गए। आसपास के लोगों की मदद से उन्हें बाहर निकाला गया। सिकंदरपुर प्रतिनिधि के मुताबिक शुक्रवार की देर शाम आई धूल भरी आंधी ने जहां एक ओर गर्मी से राहत दी वहीं दूसरी ओर विद्युत तार व खंभों को धराशायी होने से विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से समाचार लिखे जाने तक बाधित रही।