बलिया। शहर कोतवाली क्षेत्र के अमृतपाली व सहरसपाली में 18 मई को हुई डकैती व पीड़ितों की पिटाई की घटना का खुलासा एसपी ओंकार सिंह ने मंगलवार को किया। घटना में शामिल पांच डकैतों को बांसडीहरोड थानाध्यक्ष अरुण दुबे व शहर कोतवाली पुलिस ने पालीटेक्निक कालेज के पास से सोमवार की रात गिरफ्तार कर लिया। डकैतों के पास से लूट के नकद 14 हजार रुपये व कुछ सामान बरामद हुए हैं। पांचों डकैत पालीटेक्निक कालेज में रणनीति बनाने के बाद कहीं डाका डालने की फिराक में थे। एसपी ने बताया कि अभी छह डकैतों के साथ ही इस गैंग के सरगना की तलाश चल रही है। वे मंगलवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
एसपी ओंकार सिंह ने बताया कि कोतवाली निरीक्षक अशोक दीक्षित व बांसडीहरोड थानाध्यक्ष अरुण कुमार दुबे अपने सभी हमराहियों के संग सोमवार की रात गश्त कर रहे थे। रात्रि करीब एक बजे मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ बदमाश पालीटेक्निक कालेज के पास आम के बगीचे में हैं। सूचना मिलते ही दो पार्टियाें में पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। दूसरी पार्टी का नेतृत्व कर रहे अरुण दुबे ने हमराहियों संग उनको ललकारते हुए बगीचे में दौड़ाकर पकड़ लिया।
एसपी ने बताया कि पकड़े गए लोगों में बैरिया थाना क्षेत्र के बदुहरा टोला निवासी संजय नट, बांसडीह रोड थाना क्षेत्र के आमघाट निवासी झुन्नू नट, बक्सर जिले के कृष्णाब्रह्म निवासी कुन्नू नट, बक्सर जिले के सेमरी थाना क्षेत्र के गोपालपुर निवासी अनिल नट व सहतवार थाना क्षेत्र के खानपुर डुमरिया निवासी गफ्फार नट है। सभी के पास से लूट के 14 हजार रुपये नकद सहित अन्य सामान बरामद किए गए हैं।
सभी ने अपना जुर्म स्वीकार किया है। डकैतों का सरगना बक्सर जिले का राजेंद्र नट है। उसने 18 मई को छह लोगों के साथ अमृतपाली व सहरसपाली के दो घरों में लूटपाट की।