रसड़ा। कोतवाली क्षेत्र के दो अलग-अलग गांवों में गुरुवार को अपराह्न लगी भीषण आग में आधा दर्जन रिहायशी झोपड़ी और मकान जलकर राख हो गए। इस घटना में चार गधे, दो बकरियां और एक बछिया ने झुलसकर दम तोड़ दिया। जबकि एक मवेशी एवं दो नागरिक बुरी तरह झुलसकर जीवन-मौत से संघर्ष कर रहे हैं।
पहली घटना नगहर गांव में हुई। जहां ईंट-भट्ठा से काम कर घर लौटे धमड़ी कनौजिया व हीरा कनौजिया खाना खाकर आराम कर रहे थे। अचानक उनकी झोपड़ी से आग की लपटें निकलने लगी। आग ने देखते ही देखते इतना विकराल रुप धर लिया कि वह ग्रामीणों को उस पर नियंत्रण पाने में खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एक घंटे के प्रयास के बाद किसी तरह आग पर तो काबू पा लिया गया लेकिन तब तक दोनों भाइयों की पूरी गृहस्थी अनाज, वस्त्र, जेवरात आदि सब कुछ जलकर राख हो गया। घटना में धमड़ी कनौजिया (60) व हीरा (50), धमड़ी का एक गधा झुलस गया। धमड़ी के दो गधे, दो बकरियां व हीरा के दो गधे तथा एक बछिया, एक बकरी ने आग में झुलसकर दम तोड़ दिया। घटना में दुखद पक्ष यह है कि दोनों परिवारों के घर आगामी जून माह में लड़कियों की शादी होनी थी। उसकी तैयारी में रखा सब सामान आग की भेंट चढ़ गया। दूसरी घटना सिलहटा गांव में हुई जहां आग लगने से सरयू यादव की तीन रिहायशी झोपड़ियां जल गईं। इसमें एक भैंस, एक पड़िया बुरी तरह झुलस गईं। गृहस्थी का सारा सामान भी आग की भेंट चढ़ गया।