रेवती। भोजछपरा तथा भोपालपुर पश्चिमी गांव में गुरुवार को अपराह्न ढाई बजे के करीब लगी आग में सैकड़ों रिहायशी झोपड़ियां जलकर खाक हो गईं। आग की चपेट में आकर तीन महिला एवं एक पुरुष गंभीर रूप से झुलस गए। आग में तीन बकरियां जल मरीं। अगिभनकांड का तांडव दोनों गांव मिलाकर दो किलोमीटर की दूरी तक रहा। दो अगिभनशमन गाड़ियां छह घंटे की मशक्त के बाद देर शाम तक आग पर काबू पाई।
क्षेत्र के भोजछपरा बिंद बस्ती के गगन बिंद के घर से अचानक आग की लपटें उठनी शुरू हो गई। आग की जद में आने से शांति यादव (57) पत्नी विक्रमा यादव, अनीता यादव (27) व धर्मावती (17) पुत्रीगण श्रीभगवान यादव गंभीर रूप से झुलस गई, जबकि विक्रमा यादव भी आशिक रूप से झुलस गया। शांति देवी को स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात चिकित्सकों ने गंभीर स्थिति देखते हुए सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। सदर अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। बिंद बस्ती में 50 बिंद तथा 15 यादव परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए। रामबली बिंद की तीन बकरी भी जलकर मर गईं। राजधन, तेजबहादुर, गुप्तेश्वर, वीरेंद्र, अनिल, रवींद्र, पुकार, सुग्रीव, हरेंद्र, अनीता देवी, पतरू, सरल, विजयशंकर, वीरेंद्र, रामजी, रमाशंकर, लल्लन, राजबलि हरदेव आदि की घर जल गए। भोजछपरा से लगे पूरब भोपालपुर पश्चिमी गांव में आग के गोलों के गिरने के कारण संतोष, शिवदयाल, रामदयाल, महावीर, जगदयाल, अकलू, किशोर, मुन्नीलाल, डूमारू आदि की झोपिड़िया जल गई।