बलिया। वर्ष 2012 के पांच माह जनपदवासियों के लिए काफी दु:खदायी रहे हैं। सदर अस्पताल के रिकार्ड पर गौर करें तो हादसे में हर रोज सड़कें खून से लाल होती रही हैं। मौत के साथ ही जख्मी होने का सिलसिला भी अनवरत बढ़ता रहा है।
इन हादसों में 367 लोग जख्मी होकर जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं, जबकि 38 मौतें सदर अस्पताल में इलाज के दौरान हुई हैं। उधर दर्जनभर से अधिक लोगों ने हादसे के दौरान मौके पर ही दम तोड़ दिया। वर्ष 2012 के जनवरी माह में 45 सड़क हादसे हुए हैं। इसमें 12 महिलाएं एवं 47 पुरुष जख्मी हो गए। इनमें सात की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि अधिकांश को वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया है। फरवरी में यह सिलसिला थमने की बजाए बढ़ता गया और 77 लोग घायल होकर सदर अस्पताल में पहुंचे। इसमें 12 को अपने जान से हाथ धोनी पड़ी। इस माह घायलों में सबसे अधिक बाइक सवार रहे। जिनमें एक महिला भी थी। मार्च में रिकार्ड 96 लोग सड़क हादसे में जख्मी होकर चिकित्सालय पहुंचे। इसमें 93 पुरुष और तीन महिलाएं रहीं तथा दो सगे भाइयों सहित आधा दर्जन लोगों की मौत हो गई। अप्रैल माह में 82 लोग सड़क हादसे में जख्मी हुए। जख्मी हुए लोगों में 56 पुरुष और 26 महिलाएं हैं।