रसड़ा। उमस भरी भीषण गर्मी के मौसम में रसड़ा कस्बे की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था बेपटरी हो गई है। पिछले 48 घंटों में मात्र पांच घंटे भी लोगों को बिजली नसीब नहीं हो सकी है। इसके कारण जहां पेय जलापूर्ति बाधित है वहीं रातभर लोग भीषण गर्मी में अपने परिवार के साथ संघर्ष के लिए विवश हैं। खास यह है कि समस्या की ओर न तो किसी जनप्रतिनिधि ने गंभीरता दिखाई और न ही विभाग के अधिकारी ही कभी ध्यान दिए। इसे लेकर नगर वासियों में गहरा आक्रोश है।
प्रदेश सरकार की लाख कवायदों के बाद भी नगर वासियों को शासन की ओर से निर्धारित 17 घंटे रोस्टर का लाभ नहीं मिल पा रहा है। विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों की अकर्मण्यता की वजह से रसड़ा की आपूर्ति व्यवस्था दिन प्रतिदिन बदतर होती जा रही है। विद्युत कटौती के चलते लोगों की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित होने के साथ ही नगर में पेय जलापूर्ति बाधित हो जाने से हाहाकार की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है। लोग बाल्टी के साथ हैंडपंपों की ओर जहां दौड़ लगा रहे हैं वहीं रोजगार-धंधे भी प्रभावित हैं। बैंक एवं सरकारी कार्यालयों में पसीने से तर होकर किसी तरह कामों को निपटाया जा रहा है।उधर, कोतवाली के पास विद्युत विभाग के कार्यालय के पास लगा मोबाइल ट्रांसफारमर विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही के चलते सोमवार की रात फुंक गया। इसके चलते आपूर्ति व्यवस्था में संकट उत्पन्न हुआ है। नगर के तनवीर जैदी, राजेंद्र प्रसाद, गोपाल जी, डा. वाहिद, छोटेलाल, लल्लन राम, फजल हुसैन, मसीहुर्रहमान आदि ने बताया कि तीन माह पूर्व यहां लगे ट्रांसफारमर के जल जाने से विभाग ने मोबाइल ट्रांसफारमर के माध्यम से आपूर्ति शुरू करवाई थी। हालांकि इसबीच फुंके ट्रांसफारमर को बदल देना चाहिए, लेकिन आजतक उसे बदला नहीं जा सका। उन्होंने बताया कि मोबाइल ट्रांसफारमर से पिछले तीन दिनों से ऑयल जमीन पर गिर रहा था। सचना पर भी विभाग मूक बना रहा और ट्रांसफारमर फुंक उठा। बिजलीकर्मी छोटेलाल ने बताया कि उन्हें कुछ भी जानकारी नहीं है।