मनियर। गत छह मई को कसबा के बस स्टेशन के पास स्थित एक मक्के के खेत में मिले किसान सुबाष वर्मा की हत्या का खुलासा मंगलवार को थानाध्यक्ष केएल यादव ने कर दिया।
सुबाष की हत्या उसके मित्र श्री(शीरी) ने रुपयों के लिए की थी। सुबाष ने अपने साथी शीरी तुरहा को 35000 रुपये दिए थे। उन पैसों को वह बेटी की शादी के लिए मांग रहा था, जिसे शीरी दे नहीं रहा था। वह सुबाष को मक्के के खेत में साही मारने के बहाने ले गया और बरछी घोंपकर उसकी हत्या कर दी। उसके साथ उसका एक सहयोगी भी था, जिसकी पुलिस को तलाश है। स्थानीय कसबा निवासी किसान सुबाष वर्मा को अपने साथी को दिए गए पैसे की मांग करना उसे महंगा पड़ गया। लगातार दबाव बनाने पर उसके साथी ने उसकी हत्या कर दी। यह बाते स्वयं हत्यारे शीरी तुरहा ने पुलिस को बताया है। एसओ कन्हैयालाल यादव ने हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि सुबाष अपनी कमाई का एक-एक रुपया जुटकार घर न देकर शीरी तुरहा के पास रखता था। इन दिनों सुबाष अपनी बेटी की शादी की तैयारी कर रहा था। शादी के लिए वह शीरी तुरहा से लगातार पैसे के लिए दबाव बना रहा था। इससे आजिज आकर शीरी ने पांच मई की रात सुबाष से कहा कि शाही फसलों को नुकसान कर रहे हैं। उन्हें मारना बहुत जरूरी है। उसने शाही मारने के बहाने सुबाष के ट्यूबेल के बगल में स्थित मक्के के खेत में उसे चढ़ा ले गया और पास रखा बरछी घोंपकर हत्या कर दी। उसके इस कृत्य में उसका एक सहयोगी भी शामिल था। इसके बाद सुबाष के शव को मक्के के खेत में छोड़कर दोनों फरार हो गए। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त बरछी भी बरामद कर लिया है। शीरी तुरहा के जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने उसका चालान काट दिया।