बलिया। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के भ्रष्ट एवं अनैतिक कार्यों में संलिप्त लेखाकार के विभागीय आदेशों के बाद भी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में बने रहने को लेकर जनपद के माध्यमिक शिक्षकों में आक्रोश है। संघ के प्रादेशिक उपाध्यक्ष विजय कुमार सिंह ने बताया कि उक्त लेखाकार का स्थानांतरण विधानसभा निर्वाचन के पूर्व अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक ने विभिन्न शिकायतों के बाद की थी। सोमवार को डीआईओएस से शिकायत करने पहुंचे शिक्षकों ने समस्या को लेकर काफी देर तक बवाल काटा।
श्री सिंह ने बताया कि इसकी शिकायत किए जाने पर बार-बार कभी आदर्श चुनाव संहिता तो फिर वित्तीय वर्ष की समाप्ति के चलते अनुदान का अनुरक्षण आदि के नाम पर टाल-मटोल किया जाता रहा। इससे आक्रोशित शिक्षक प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने इसकी शिकायत जिला विद्यालय निरीक्षक प्रमोद कुमार से की। एक सूत्री मांगों के साथ शिक्षकों ने लेखाकार सुरेंद्र नाथ चौबे को तत्काल कार्यमुक्त करने की बात कही। बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए डीआईओएस ने तत्काल स्थापना लिपिक संतोष जयसवाल को बुलाकर कार्यमुक्ति का आदेश बनाने पर निर्देश दिया। इसके बाद एक अन्य लिपिक को बुलाया गया लेकिन नतीजा सिफर निकला। शिक्षक नेता की मानें तो आदेश सुनियोजित ढंग से गायब की गई। शिक्षकों को डीआईओएस प्रमोद कुमार ने आश्वासन दिया कि इलाहाबाद से आडिटर मौजूद हैं और आगामी दो दिनों में लेखाकार आडिट होकर रिलीव हो जाएंगे। शिक्षकों ने दो टूक कहा कि बहाना नहीं चलेगा और नारेबाजी की। मौके पर विजय कुमार सिंह, सपा पूर्व सांसद चंद्रदेव राजभर, दिनेश सिंह, धनंजय पांडेय, मटुकधारी, कृष्ण सिंह, भूपेंद्र सिंह, देव सिंह, मदन सिंह, विजय सिंह आदि रहे।