बलिया। वीर लोरिक स्पोर्ट्स स्टेडियम में बीते दो वर्षों से अधिक समय से चल रहा विभिन्न निर्माण तथा मरम्मत कार्य अब तक पूरा नहीं हो सका है। जिसके चलते प्रशिक्षणरत खिलाड़ियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। ऐसे में स्टेडियम की हालत सुधरने के बजाए बिगड़ती नजर आ रही है। बीते दो वर्षों से कुश्ती और बैडमिंटन के खिलाड़ी बहुउद्देशीय हाल में प्रवेश तक नहीं कर सके हैं, जबकि अक्सर उनकी प्रैक्टिस और मैच इसी में होते थे। खिलाड़ियों की मानें तो इस तरफ सैकड़ों बार जिला स्पोर्ट्स आफिसर का ध्यान आकृष्ट कराया गया। बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है। इस मामले को जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन सी ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की बात की है।
1.30 करोड़ 51 हजार रुपये से उत्तर प्रदेश खेल निदेशालय से बहुउद्देशीय हाल, बिल्डिंग, गेट, इंटरलाकिंग, जाली आदि का निर्माण और मरम्मत होना था। निर्माण तथा मरम्मत कराने के लिए विभाग ने कार्यदायी संस्था पैक्सपैड को जिम्मा सौंपा था। खेल निदेशालय से इसके लिए कार्यदायी संस्था को प्रथम किश्त के रूप में 50 लाख रुपये का भुगतान भी कर दिया। विभाग की मानें तो पैक्सपैड ने इंटरलाकिंग व जाली का काम तो पूरा करा दिया लेकिन बिल्डिंग, बहुउद्देशीय हाल, गेट आदि का काम अब तक पूरा नहीं हो सका है। तत्कालीन डीएम सेंथिल पांडियन सी ने गुणवत्ता पूर्वक कार्य नहीं होने की शिकायत पर बहुउद्देशीय हाल का मरम्मत कार्य रोक दिया था। इस संबंध में जिला स्पोर्ट्स आफिसर राजेश सोनकर ने बताया कि बिल्डिंग सहित अन्य कार्यों को हैंडओवर करने के लिए कई बार संबंधित अधिशासी अभियंता ने कहा है। इस विषय पर मैंने उनसे सभी कार्यों का विवरण मांगा, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि कौन-कौन से कार्य हुए हैं और कौन-कौन से बाकी हैं। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया है। कहा कि खेल निदेशालय को पत्रक लिखकर अवगत करा दिया है।