बड़ागांव। मनियर थाना क्षेत्र के मल्हौवां गांव में स्थित एक गोदाम के पास रविवार को ट्रैक्टर और बाइक की टक्कर में वसीम पुत्र इस्माइल की मौत हो गई। वह घोघा से किसी रिश्तेदार को छोड़कर घर जा रहा था। ट्रैक्टर में टक्कर के बाद उसके मौत की जानकारी होते ही सैकड़ों ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए। ग्रामीणों ने सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को शव ले जाने से रोक दिया। उनका कहना था कि एसडीएम के आने के बाद से ही शव जाएगा। करीब दो घंटे बाद पुलिस उसके शव को ले जा सकी। वसीम के भाई और बहन की शादी बीते शुक्रवार और शनिवार को हुई थी। रविवार को उसे बहन के यहां चौथा ले जाना था।
क्षेत्र के मल्हौवां गांव निवासी इस्माइल के घर खुशियों का माहौल रविवार को गम में बदल गया। उसके सात संतानों में एक पुत्र और पुत्री की शादी शुक्रवार और शनिवार को हुई थी। शादी में आए रिश्तेदारों का अब जाना शुरू हुआ था। इस्माइल के तीसरे नंबर का पुत्र वसीम (18) रविवार को एक रिश्तेदार को छोड़ने घोघा गया था। वह अपनी बाइक से उधर से लौट रहा था। इसी बीच गांव में स्थित गोदाम के पास सामने से आ रही ट्रैक्टर से वह भिड़ गया, जिसमें उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उसके मौत की खबर जब उसके घर पहुंची तो सारी खुशियां पलभर में ही काफूर हो गईं।
इस्माइल और वसीम की मां शोहरा खातून रोते-बिलखते घटनास्थल पर पहुंची। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण भी घटनास्थल पर जुट गए। इसी बीच मौके पर पहुंचे मनियर थानाध्यक्ष कन्हैयालाल यादव को ग्रामीणों ने शव ले जाने से रोक दिया।
ग्रामीण मांग कर रहे थे कि जब तक एसडीएम मौके पर नहीं आएंगे, शव नहीं दिया जाएगा। एसओ ने मौके से एसडीएम के मोबाइल पर काल कर ग्रामीणों को बताया कि वे बलिया मीटिंग में हैं। उनका आना संभव नहीं है। इसके बाद ग्रामीणों ने शव को जाने दिया। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पीएम के लिए भेज दिया है।