बलिया। सावित्री बाई फुले शिक्षा मदद योजना में हो रही भारी धांधली की शिकायत पर जिलाधिकारी विजयेंद्र पांडियन ने इसकी जांच के लिए गुरुवार को सदर उप जिलाधिकारी और प्रशिक्षु आईएएस शंभू कुमार को डीआईओएस कार्यालय भेजा। डीआईओएस कार्यालय पहुंचे एसडीएम ने कार्यालय में बड़े पैमाने पर धांधली पकड़ी। उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए अनुपस्थित बाबू और अन्य के विरुद्ध कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेज दी। इस दौरान एक तथाकथित बाबू के रूप में कार्य कर रहे एक व्यक्ति की एसडीएम ने पिटाई भी कर दी लेकिन बाद में उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया। सदर उप जिलाधिकारी की इस कार्रवाई के दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में हड़कंप की स्थिति रही।
उप जिलाधिकारी सदर शंभू कुमार धांधली और अनाधिकृत स्थान से सावित्री बाई फुले शिक्षा मदद योजना के तहत साइकिल वितरण की शिकायत पर गुरुवार को डीआईओएस कार्यालय पहुंचे। इस दौरान साइकिल लेने पहुंची शिवनाथ बाबा इंटर कालेज की छात्रा गुलशन खातून और रामरति इंटर कालेज की छात्रा संजू की विद्यालय के शिक्षक को पैसे देने की शिकायत पर दोनों विद्यालय के शिक्षकों को पकड़ लिया गया। मनियर इंटर कालेज की छात्रा शालू सिंह और कार्यालय पहुंची एक छात्रा की मां सोनबरसा की सबिता उपाध्याय ने एसडीएम से इस योजना में धांधली की शिकायत की। छात्राओं ने एसडीएम को बताया कि एक लाभार्थी से 2000 से 5000 रुपये लिए जा रहे हैं। इस दौरान वर्ष 2011 में सावित्री बाई फुले शिक्षा मदद योजना का कार्य देख रहा बाबू बिना सूचना के अनुपस्थिति मिला। बाबू से मिलने के लिए पांच दर्जन से अधिक छात्राएं जनपद के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से कार्यालय पहुंची थीं। सभी ने एसडीएम से बाबू के प्राइवेट दलालों द्वारा वसूली कराए जाने की शिकायत की। चैनछपरा निवासी छात्रा यास्मीन और नेहा ने भी सदर उप जिलाधिकारी को बताया कि बाबू कार्यालय में प्राइवेट व्यक्ति के माध्यम से पैसे लेते हैं। उन लोगों ने बताया कि अधिकारी के आने की सूचना पर सभी फरार हो गए। इस दौरान मौके पर वर्ष 2009-10 का कार्य देख रहे बाबू ने बताया कि उसके पास 2670 लाभार्थियों की सूची है, जिसमें अब तक 1300 को इस योजना का लाभ दिया जा चुका है। उप डीएम ने कार्यालय में उपस्थिति रजिस्टर को देखा, जिसमें तीन अनुपस्थित मिले जिन्हें एबसेंट कर दिया और आफिस में के बाबुओं से कार्यों की जानकारी ली।
बलिया। सावित्री बाई फुले शिक्षा मदद योजना में हो रही भारी धांधली की शिकायत पर जिलाधिकारी विजयेंद्र पांडियन ने इसकी जांच के लिए गुरुवार को सदर उप जिलाधिकारी और प्रशिक्षु आईएएस शंभू कुमार को डीआईओएस कार्यालय भेजा। डीआईओएस कार्यालय पहुंचे एसडीएम ने कार्यालय में बड़े पैमाने पर धांधली पकड़ी। उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए अनुपस्थित बाबू और अन्य के विरुद्ध कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेज दी। इस दौरान एक तथाकथित बाबू के रूप में कार्य कर रहे एक व्यक्ति की एसडीएम ने पिटाई भी कर दी लेकिन बाद में उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया। सदर उप जिलाधिकारी की इस कार्रवाई के दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में हड़कंप की स्थिति रही।
उप जिलाधिकारी सदर शंभू कुमार धांधली और अनाधिकृत स्थान से सावित्री बाई फुले शिक्षा मदद योजना के तहत साइकिल वितरण की शिकायत पर गुरुवार को डीआईओएस कार्यालय पहुंचे। इस दौरान साइकिल लेने पहुंची शिवनाथ बाबा इंटर कालेज की छात्रा गुलशन खातून और रामरति इंटर कालेज की छात्रा संजू की विद्यालय के शिक्षक को पैसे देने की शिकायत पर दोनों विद्यालय के शिक्षकों को पकड़ लिया गया। मनियर इंटर कालेज की छात्रा शालू सिंह और कार्यालय पहुंची एक छात्रा की मां सोनबरसा की सबिता उपाध्याय ने एसडीएम से इस योजना में धांधली की शिकायत की। छात्राओं ने एसडीएम को बताया कि एक लाभार्थी से 2000 से 5000 रुपये लिए जा रहे हैं। इस दौरान वर्ष 2011 में सावित्री बाई फुले शिक्षा मदद योजना का कार्य देख रहा बाबू बिना सूचना के अनुपस्थिति मिला। बाबू से मिलने के लिए पांच दर्जन से अधिक छात्राएं जनपद के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से कार्यालय पहुंची थीं। सभी ने एसडीएम से बाबू के प्राइवेट दलालों द्वारा वसूली कराए जाने की शिकायत की। चैनछपरा निवासी छात्रा यास्मीन और नेहा ने भी सदर उप जिलाधिकारी को बताया कि बाबू कार्यालय में प्राइवेट व्यक्ति के माध्यम से पैसे लेते हैं। उन लोगों ने बताया कि अधिकारी के आने की सूचना पर सभी फरार हो गए। इस दौरान मौके पर वर्ष 2009-10 का कार्य देख रहे बाबू ने बताया कि उसके पास 2670 लाभार्थियों की सूची है, जिसमें अब तक 1300 को इस योजना का लाभ दिया जा चुका है। उप डीएम ने कार्यालय में उपस्थिति रजिस्टर को देखा, जिसमें तीन अनुपस्थित मिले जिन्हें एबसेंट कर दिया और आफिस में के बाबुओं से कार्यों की जानकारी ली।