सुरेमनपुर। रेवती थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मानगढ़ बिंद बस्ती में छात्रवृत्ति बांटते समय पूर्व प्रधान और मौजूदा ग्राम प्रधान आपस में भिड़ गए। इस दौरान एक पक्ष के लोगों ने सेक्रेटरी और ग्राम प्रधान की लात-घूसों से पिटाई कर दी। इसके बाद महिलाओं ने भी दोनों पर हमला बोल दिया। ग्राम प्रधान ने ग्रामीणों पर छात्रवृत्ति का 57 हजार रुपये लूटने का आरोप लगाया।
प्राथमिक विद्यालय मानगढ़ बिंद बस्ती में गुरुवार को ग्राम प्रधान राजेंद्र यादव और सेक्रेटरी बृजलाल वर्मा 25 से 30 बच्चों में छात्रवृत्ति वितरित किए थे तभी अचानक एक अभिभावक अपने बीमार बच्चे की छात्रवृत्ति मांगने विद्यालय पहुंच गया। जिसपर ग्राम प्रधान और सचिव ने आपत्ति जताई। प्रधान ने कहा कि बच्चे के स्कूल आने के बाद ही छात्रवृत्ति दी जाएगी। इस दौरान पूर्व प्रधान पक्ष के लोग भी मौके पर पहुंच गए। उनका कहना था कि अभिभावक अगर बच्चे की बीमारी की बातें कह रहे हैं तो उन्हें छात्रवृत्ति देनी चाहिए। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में तू-तू मैं-मैं होने लगी और देखते ही देखते दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। नाराज ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान एवं सेक्रेटरी की जमकर धुनाई कर दी। किसी तरह ग्राम प्रधान एवं सचिव ने मौके से भागकर अपनी जान बचाई। ग्राम प्रधान राजेंद्र यादव ने इसकी सूचना उपजिलाधिकारी बैरिया शीतला प्रसाद यादव, सीओ आलोक कुमार जायसवाल और थानाध्यक्ष रेवती कैलाश प्रसाद यादव को दिया। ग्राम प्रधान ने तहरीर पर पूर्व प्रधान सहित पांच लोगों पर 57 हजार छह सौ रुपये लूट के साथ ही मारपीट का आरोप लगाया। उधर, पूर्व प्रधान राजकुमार यादव बच्चा यादव का कहना है कि तीन दिन पहले छात्रवृत्ति न बांटने को लेकर एसडीएम को ज्ञापन दिया था। इस मामले में एसडीएम ने जांच का आदेश दिया था और इसी की खुन्नस में मौजूदा प्रधान ने पैसा लूटने तथा मारपीट का आरोप लगाया है। थानाध्यक्ष कैलाश नाथ यादव ने बताया कि जांच में प्रथम दृष्टया मामला मारपीट का है और उन्होंने किसी भी लूट से इंकार किया है।