बलिया। जिला कारागार के कैदी इन दिनों चिकित्सकों की कमी का दंश झेल रहे हैं। पांच सौ कैदियों की व्यवस्था इनदिनों एक ही चिकित्सक के भरोसे होकर रह गई है। इस संबंध में जेलर ने सीएमओ को पत्र के माध्यम से कई बार अवगत कराया लेकिन सीएमओ की तरफ से अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की गई। इस संबंध में जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि जेल में चिकित्सकों की नियुक्ति शासन स्तर से की जाती है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही चिकित्सकों की कमी को दूर करा दिया जाएगा।
जिला करागार में बंद तकरीबन 500 कैदियों की चिकित्सा व्यवस्था रामभरोसे चल रही है। यहां तीन चिकित्सकों की भरपाई मात्र एक चिकित्सक के भरोसे की जा रही है। चिकित्सकों की कमी इस भीषण गर्मी में कैदियों के लिए काफी दु:खदायी है। आए दिन डायरिया सहित विभिन्न रोगों से पीड़ित मरीजों के साथ ही जेल में बंद कुछ गंभीर बीमारी के मरीजों को चिकित्सकों के अभाव में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जेल प्रशासन चिकित्सक के अभाव में जैसे-तैसे मरीजों की देखभाल कर रहा है। जेलर ने इस संबंध में कई बार सीएमओ को पत्र लिखा, लेकिन अभी तक उनकी ओर से कोई सार्थक कदम नहीं उठाया गया।
इस संबंध में जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि जेल में चिकित्सकों की कमी को दूर कराया जाएगा। कहा कि जेल में शासन से चिकित्सक की तैनाती होती है। इसी वजह से इसमें दिक्कतें आ रही हैं। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी में कैदियों को चिकित्सकों की कमी की वजह से परेशान नहीं होना पड़ेगा। इसके लिए संबंधित अधिकारियों से वार्ता के बाद शीघ्र ही चिकित्सक की व्यवस्था जेल में होगी।