बलिया। भारतीय जनता पार्टी का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने डीएम से फेफना विस के भाजपा विधायक उपेंद्र तिवारी और उनके परिवार की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की। उनका कहना था कि फेफना में भाजपा नेता के घर फेंके गए बम और विधायक को फोन पर मिल रही धमकी से चिंता बढ़ गई है। प्रदेश में जब-जब सपा की सरकार बनी है जनप्रतिनिधियों की हत्या आम बात है। सपा की पिछली सरकार में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय एवं बसपा विधायक राजू पाल की दिनदहाड़े हत्या इसका प्रमाण है।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे जिलाध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि विधायक उपेंद्र तिवारी ने सूबे के राजस्व मंत्री अंबिका चौधरी को चुनाव में हराया है। इसको लेकर मंत्री सहित सपा कार्यकर्ता उनसे नाराज हैं।
उन्होंने कहा कि यदि फेफना में भाजपा नेता भोला ओझा के घर पर फेंके गए बम की निष्पक्ष जांच हो जाए तो इसका खुलासा हो जाएगा। कहा कि विधायक को लक्ष्य कर होली मिलन के लिए जाते समय सुरापाली गांव में अज्ञात लोगों ने हमला किया था, जबकि उनके घर लगे टेलीफोन पर उन्हें प्राय: जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
जिलाधिकारी ने उनकी बातों को सुनने के बाद फेफना बमकांड की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व जिलाध्यक्ष शेषमणि राय, ब्रजनारायण राय, विनोद दुबे, अंजनी राय, जितेंद्र तिवारी, संजय मिश्रा, विनोद पांडेय, संतोष पाठक, अजय सिंह, छोटू पांडेय, नकुल चौबे आदि रहे।