बलिया। राजा सुरथ सुरहा विकास सेवा समिति द्वारा आयोजित सुरहा विकास मंच के तत्वावधान में सुरहा महोत्सव-2012 की तैयारी की बैठक समिति के स्थानीय कार्यालय पर आयोजित की गई। जिसमें आगामी 19 मई शनिवार को होने वाले महोत्सव को भव्य रूप प्रदान करने के लिए समिति के सदस्यों ने भरपूर प्रयास करने का भगीरथ संकल्प लिया।
बैठक को संबोधित करते हुए गणेश सिंह काका राज ने कहा कि भोजपुरी अश्लील है ही नहीं। अगर अश्लील है तो वह कत्तई भोजपुरी नहीं है। कहा कि इस महोत्सव के माध्यम से हम भोजपुरी की प्रतिष्ठा को कायम रखने का प्रयास कर रहे हैं। वरिष्ठ रंगकर्मी विवेकानंद सिंह ने कहा कि भोजपुरी लोक संस्कृति सीधे हमारे मन-मिजाज से जुड़ी हुई है, जिसे न तो कोई विकृत कर पाया है और न कर पाएगा। बस जरूरत है कटिबद्धता के साथ कार्यक्रम को बढ़िया से प्रस्तुत करने की। गीतकार प्रभु विशुनीपुरी ने कहा कि आज भोजपुरी गीताें की मांग देश में ही नहीं विदेशों में भी हो रही है। सुशील कुमार मुन्ना ने कहा कि हम प्रतिभावान नए कलाकारों को मंच मुहैया कराएंगे, ताकि आगे आने वाली पीढ़ी भोजपुरी के प्यार और रुतबे से बखूबी परिचित हो सकें। धर्मेंद्र पांडेय ने कहा कि सुरहा महोत्सव को लेकर क्षेत्र में व्यापक उत्साह दिख रहा है। पंकज कुमार पाठक ने कहा कि समिति का मूल उद्देश्य भोजपुरी लोेक संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन की है।
बैठक का संचालन करते हुए श्याम प्रकाश शर्मा ने कहा कि गत वर्ष की अपेक्षा इस साल कार्यक्रम सुव्यवस्थित व सुचारु ढंग से होगा। बैठक समाप्त होने के बाद समिति के वरिष्ठ सदस्यों ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया। इस मौके पर हरिनारायण सिंह, राजू मिश्र, प्रमोद गुप्ता, अमरजीत विद्यार्थी, हरिओम शर्मा, शिव कुमार गुप्ता, अनिल शर्मा, रविशंकर यादव, सोनू यादव सहित क्षेत्रीय लोग मौजूद रहे।
बलिया। राजा सुरथ सुरहा विकास सेवा समिति द्वारा आयोजित सुरहा विकास मंच के तत्वावधान में सुरहा महोत्सव-2012 की तैयारी की बैठक समिति के स्थानीय कार्यालय पर आयोजित की गई। जिसमें आगामी 19 मई शनिवार को होने वाले महोत्सव को भव्य रूप प्रदान करने के लिए समिति के सदस्यों ने भरपूर प्रयास करने का भगीरथ संकल्प लिया।
बैठक को संबोधित करते हुए गणेश सिंह काका राज ने कहा कि भोजपुरी अश्लील है ही नहीं। अगर अश्लील है तो वह कत्तई भोजपुरी नहीं है। कहा कि इस महोत्सव के माध्यम से हम भोजपुरी की प्रतिष्ठा को कायम रखने का प्रयास कर रहे हैं। वरिष्ठ रंगकर्मी विवेकानंद सिंह ने कहा कि भोजपुरी लोक संस्कृति सीधे हमारे मन-मिजाज से जुड़ी हुई है, जिसे न तो कोई विकृत कर पाया है और न कर पाएगा। बस जरूरत है कटिबद्धता के साथ कार्यक्रम को बढ़िया से प्रस्तुत करने की। गीतकार प्रभु विशुनीपुरी ने कहा कि आज भोजपुरी गीताें की मांग देश में ही नहीं विदेशों में भी हो रही है। सुशील कुमार मुन्ना ने कहा कि हम प्रतिभावान नए कलाकारों को मंच मुहैया कराएंगे, ताकि आगे आने वाली पीढ़ी भोजपुरी के प्यार और रुतबे से बखूबी परिचित हो सकें। धर्मेंद्र पांडेय ने कहा कि सुरहा महोत्सव को लेकर क्षेत्र में व्यापक उत्साह दिख रहा है। पंकज कुमार पाठक ने कहा कि समिति का मूल उद्देश्य भोजपुरी लोेक संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन की है।
बैठक का संचालन करते हुए श्याम प्रकाश शर्मा ने कहा कि गत वर्ष की अपेक्षा इस साल कार्यक्रम सुव्यवस्थित व सुचारु ढंग से होगा। बैठक समाप्त होने के बाद समिति के वरिष्ठ सदस्यों ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया। इस मौके पर हरिनारायण सिंह, राजू मिश्र, प्रमोद गुप्ता, अमरजीत विद्यार्थी, हरिओम शर्मा, शिव कुमार गुप्ता, अनिल शर्मा, रविशंकर यादव, सोनू यादव सहित क्षेत्रीय लोग मौजूद रहे।