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सिकंदरपुर। जिले के 11 अखाड़ेदारों ने बुधवार को महावीरी झंडा जुलूस निकाला था। यह जुलूस बुधवार की देर रात तक नगर भ्रमण के बाद संपन्न हो गया। इस दौरान कुछ-कुछ जगहों हर हल्की-फुल्की नोकझोंक भी हुई। जिसे पुलिस ने शांत कराया। अखाड़ों तक जुलूस पहुंच जाने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली। जुलूस ने नौ घंटे में पांच किलोमीटर की यात्रा तय की।
जुलूस में सबसे पहले नगर के चतुर्भुज नाथ मंदिर से भगवान ठाकुर जी की मूर्ति निकाली गई। इसके बाद हास्पिटल रोड के महावीर स्थान से महावीर जी की प्रतिमा की झांकी निकली। रात में करीब सात बजे से लेकर देर रात तीन बजे तक जुलूस ने नगर का भ्रमण किया। इस दौरान अखाड़ेदारों ने कई करतब दिखाए जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे। पूरे नौ घंटे तक जुलूस भ्रमण में कई जगहों पर अखाड़ेदारों में नोकझोंक भी हुई। लेकिन पुलिस ने समझबूझ के साथ नोकझोंक को शांत करा दिया। अखाड़े के सदस्य लाठी, तलवार, भाला, आग और गदाका से करतब दिखा रहे थे। जुलूस में कई झांकियां शामिल रहीं। जिसमें नशे से होने वाली हानि, रोग से मुक्ति पाने की झांकी, भारत मां की झांकी, भगवान विष्णु की झांकी प्रमुख रही। बल्लम के सहारे भारत का नक्शा बनी झांकी आकर्षण का केंद्र रही। प्रचलित है कि जब मोहल्ला मिल्की अखाड़ा और डोमनुपरा अखाड़ा के साथ रहिलापाली अखाड़े का जुलूस आमने-सामने से गुजरता है तो जरूर नोकझोंक होती है।
इस साल भी कुछ ऐसा ही होने वाला था जब जुलूस पहुंचा तो दोनों तरफ से तनातनी होने लगी। हल्की नोकझोंक के साथ लाठी-डंडे भी चले। लेकिन चौकी प्रभारी बृजेश शुक्ला ने अपनी सूझबूझ से मामला शांत करा दिया। इससे पुलिस ने राहत की सांस ली।
सिकंदरपुर। जिले के 11 अखाड़ेदारों ने बुधवार को महावीरी झंडा जुलूस निकाला था। यह जुलूस बुधवार की देर रात तक नगर भ्रमण के बाद संपन्न हो गया। इस दौरान कुछ-कुछ जगहों हर हल्की-फुल्की नोकझोंक भी हुई। जिसे पुलिस ने शांत कराया। अखाड़ों तक जुलूस पहुंच जाने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली। जुलूस ने नौ घंटे में पांच किलोमीटर की यात्रा तय की।
जुलूस में सबसे पहले नगर के चतुर्भुज नाथ मंदिर से भगवान ठाकुर जी की मूर्ति निकाली गई। इसके बाद हास्पिटल रोड के महावीर स्थान से महावीर जी की प्रतिमा की झांकी निकली। रात में करीब सात बजे से लेकर देर रात तीन बजे तक जुलूस ने नगर का भ्रमण किया। इस दौरान अखाड़ेदारों ने कई करतब दिखाए जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे। पूरे नौ घंटे तक जुलूस भ्रमण में कई जगहों पर अखाड़ेदारों में नोकझोंक भी हुई। लेकिन पुलिस ने समझबूझ के साथ नोकझोंक को शांत करा दिया। अखाड़े के सदस्य लाठी, तलवार, भाला, आग और गदाका से करतब दिखा रहे थे। जुलूस में कई झांकियां शामिल रहीं। जिसमें नशे से होने वाली हानि, रोग से मुक्ति पाने की झांकी, भारत मां की झांकी, भगवान विष्णु की झांकी प्रमुख रही। बल्लम के सहारे भारत का नक्शा बनी झांकी आकर्षण का केंद्र रही। प्रचलित है कि जब मोहल्ला मिल्की अखाड़ा और डोमनुपरा अखाड़ा के साथ रहिलापाली अखाड़े का जुलूस आमने-सामने से गुजरता है तो जरूर नोकझोंक होती है।
इस साल भी कुछ ऐसा ही होने वाला था जब जुलूस पहुंचा तो दोनों तरफ से तनातनी होने लगी। हल्की नोकझोंक के साथ लाठी-डंडे भी चले। लेकिन चौकी प्रभारी बृजेश शुक्ला ने अपनी सूझबूझ से मामला शांत करा दिया। इससे पुलिस ने राहत की सांस ली।