बहराइच। तराई में गर्मी बढ़ने का अधिक प्रभाव बच्चों पर पड़ रहा है। धूप में निकलने के कारण बच्चे बीमार हो रहे हैं और इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल पहुंच रहे है। जिला अस्पताल के चिल्ड्रेन वार्ड में बच्चों की भरमार है। वहीं, रोजाना 150 से अधिक की ओपीडी हो रही है। सबसे ज्यादा शिकायत उल्टी व दस्त की आ रही है। चिकित्सकों ने धूप में न निकलने की सलाह दी है।
मौसम ने बीते कुछ दिनों से ज्यादा करवट बदली है। गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। चिलचिलाती धूप की चपेट में आने वाले लोग बीमार हो रहे हैं। इसकी चपेट में सबसे ज्यादा बच्चे आ रहे है। स्थिति यह है कि जिला अस्पताल के चिल्ड्रेन वार्ड में 35 बच्चे भर्ती हैं जिनमें से कुछ बच्चों को देर शाम तक छुट्टी दे दी गई जबकि 27 बच्चे अब भी भर्ती हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एसके त्रिपाठी ने बताया कि इन दिनों ओपीडी में बच्चों की संख्या बढ़ रही है। 100 से लेकर 150 तक बच्चों की ओपीडी हो रही है। बच्चों को सलाह दी जा रही है कि धूप में निकलने से बचें और खुले में रखा सामान न खाएं।
- उल्टी-दस्त अधिक होना।
- दस्त के साथ बुखार आना।
- बच्चों के अंदर चिड़चिड़ापन होना।
- बच्चे का सुस्त होना व कमजोरी आना।
- होठों पर पपड़ी जमना।
- बच्चों को धूप में न निकलनें दे।
- साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
- दस्त आने पर ओआरएस का घोल पिलाएं।
- बासी भोजन करने से बचे।
- झोलाछाप डॉक्टरों से बचें।