उर्रा (बहराइच)। एक किशोर को निवाला बनाने के बाद तेंदुआ गन्ने के खेत में ही डटा हुआ है। शनिवार सुबह तेंदुआ खेत में फिर दिखाई दिया। इससे ग्रामीणों में दहशत है।
वन अधिकारियों ने गन्ने के खेत में कांबिंग शुरू की है। तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगाया गया है। कतर्नियाघाट संरक्षित वन क्षेत्र के ककरहा रेंज अंतर्गत गूढ़ ग्राम पंचायत के मजरा निबिया गौढ़ी गांव निवासी बिंद्रा आर्या (13) पुत्र पुत्तू आर्या शुक्रवार शाम को गन्ना छीलने गया था।
खेत में मौजूद तेंदुए ने बिंद्रा पर हमला कर निवाला बना लिया। काफी देर तक किशोर के न लौटने पर परिवार के लोगों ने तलाश शुरू की तो खेत में क्षत-विक्षत शव मिला।
तेंदुए के पद चिह्न मिले। सूचना पर रात आठ वन क्षेत्राधिकारी महेंद्र मौर्या समेत टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने तेंदुए के हमले की पुष्टि की। शनिवार सुबह पुन: खेत में तेंदुआ दिखाई पड़ा।
घटना के बाद शुक्रवार रात 10 बजे उप जिलाधिकारी कीर्तिप्रकाश भारती गांव पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार को त्वरित सहायता देने का निर्देश वन क्षेत्राधिकारी को दिया। साथ ही ग्रामीणों के साथ बैठक की।
गन्ने के खेत के निकट पिंजड़ा लगाकर तेंदुए को पकड़ने की कोशिश की जा रही है। ग्रामीणों की सुरक्षा में पुलिस और वन विभाग के अधिकारी लगे हुए हैं। जल्द ही पीड़ित को मुआवजा दिलाया जाएगा।
-जीपी सिंह, डीएफओ कतर्नियाघाट
उर्रा (बहराइच)। एक किशोर को निवाला बनाने के बाद तेंदुआ गन्ने के खेत में ही डटा हुआ है। शनिवार सुबह तेंदुआ खेत में फिर दिखाई दिया। इससे ग्रामीणों में दहशत है।
वन अधिकारियों ने गन्ने के खेत में कांबिंग शुरू की है। तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगाया गया है। कतर्नियाघाट संरक्षित वन क्षेत्र के ककरहा रेंज अंतर्गत गूढ़ ग्राम पंचायत के मजरा निबिया गौढ़ी गांव निवासी बिंद्रा आर्या (13) पुत्र पुत्तू आर्या शुक्रवार शाम को गन्ना छीलने गया था।
खेत में मौजूद तेंदुए ने बिंद्रा पर हमला कर निवाला बना लिया। काफी देर तक किशोर के न लौटने पर परिवार के लोगों ने तलाश शुरू की तो खेत में क्षत-विक्षत शव मिला।
तेंदुए के पद चिह्न मिले। सूचना पर रात आठ वन क्षेत्राधिकारी महेंद्र मौर्या समेत टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने तेंदुए के हमले की पुष्टि की। शनिवार सुबह पुन: खेत में तेंदुआ दिखाई पड़ा।
घटना के बाद शुक्रवार रात 10 बजे उप जिलाधिकारी कीर्तिप्रकाश भारती गांव पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार को त्वरित सहायता देने का निर्देश वन क्षेत्राधिकारी को दिया। साथ ही ग्रामीणों के साथ बैठक की।
गन्ने के खेत के निकट पिंजड़ा लगाकर तेंदुए को पकड़ने की कोशिश की जा रही है। ग्रामीणों की सुरक्षा में पुलिस और वन विभाग के अधिकारी लगे हुए हैं। जल्द ही पीड़ित को मुआवजा दिलाया जाएगा।
-जीपी सिंह, डीएफओ कतर्नियाघाट