उर्रा (बहराइच)। ककरहा रेंज के निबिया गौढ़ीगांव में तेंदुए को पकड़ने के लिए एक पिंजड़ा लगाया गया है। मूवमेंट पर नजर रखने के लिए दो थर्मो सेंसर कैमरे भी लगाए गए हैं।
पर अभी तक पिंजड़े में तेंदुआ कैद नहीं हुआ है। बुधवार को वनकर्मियों ने पदचिह्नों का अध्ययन किया। कतर्नियाघाट संरक्षित वन क्षेत्र के ककरहा रेंत अंतर्गत गूढ़ ग्राम पंचायत के निबिया गौढ़ी गांव में शुक्रवार को 15 वर्षीय किशोर को तेंदुए ने निवाला बना लिया था।
इसके बाद लोग दहशत में आ गए। खेत जाने के लिए डर रहे हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर डीएफओ जीपी सिंह ने पिंजड़ा स्थापित करवाया।
मूवमेंट पर नजर रखने के लिए दो थर्मो सेंसर कैमरे लगवाए थे। पिंजड़े में बकरी बंधी है। लेकिन तेंदुआ नजदीक नहीं गया। गेहूं के खेत में लगे थर्मो सेंसर कैमरे के निकट किसी जीव के आने जाने के पदचिन्ह मिले।
इस पर वन क्षेत्राधिकारी ककरहा इरफान अहमद अंसारी ने वन रक्षक सुनील जायसवाल, वाचर गोलू यादव को भेजकर जांच कराया। दोनों ने पदचिन्ह देखने के बाद रिपोर्ट वन क्षेत्राधिकारी को भेज दी है। देर शाम को थर्मो सेंसर कैमरे के चिप भी रेंज कार्यालय पर जमा किए गए।
उर्रा (बहराइच)। ककरहा रेंज के निबिया गौढ़ीगांव में तेंदुए को पकड़ने के लिए एक पिंजड़ा लगाया गया है। मूवमेंट पर नजर रखने के लिए दो थर्मो सेंसर कैमरे भी लगाए गए हैं।
पर अभी तक पिंजड़े में तेंदुआ कैद नहीं हुआ है। बुधवार को वनकर्मियों ने पदचिह्नों का अध्ययन किया। कतर्नियाघाट संरक्षित वन क्षेत्र के ककरहा रेंत अंतर्गत गूढ़ ग्राम पंचायत के निबिया गौढ़ी गांव में शुक्रवार को 15 वर्षीय किशोर को तेंदुए ने निवाला बना लिया था।
इसके बाद लोग दहशत में आ गए। खेत जाने के लिए डर रहे हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर डीएफओ जीपी सिंह ने पिंजड़ा स्थापित करवाया।
मूवमेंट पर नजर रखने के लिए दो थर्मो सेंसर कैमरे लगवाए थे। पिंजड़े में बकरी बंधी है। लेकिन तेंदुआ नजदीक नहीं गया। गेहूं के खेत में लगे थर्मो सेंसर कैमरे के निकट किसी जीव के आने जाने के पदचिन्ह मिले।
इस पर वन क्षेत्राधिकारी ककरहा इरफान अहमद अंसारी ने वन रक्षक सुनील जायसवाल, वाचर गोलू यादव को भेजकर जांच कराया। दोनों ने पदचिन्ह देखने के बाद रिपोर्ट वन क्षेत्राधिकारी को भेज दी है। देर शाम को थर्मो सेंसर कैमरे के चिप भी रेंज कार्यालय पर जमा किए गए।