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आजमगढ़। पुलिस के लाख प्रयास के बावजूद मंडल कारागार से अपराधियों द्वरा रंगदारी के लिए बाहर फोन किए जाने की घटनाओं पर रोक नहीं लग सकी है। एक बार फिर जेल से नामचीन बदमाश के नाम पर ईंट भट्ठा व्यवसायी से पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई है। सारे रुपये लेकर कोर्ट नंबर दो में या फिर वकील के पास मिलने की चेतावनी दी गई है। अट्ठारह दिसंबर से लगातार धमकी भरे फोन आने से व्यवसायी के परिजनों की नींद उड़ी हुई है।
व्यवसायी ने कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों के यहां गुहार लगाई। पीड़ित त्रिभुवन सिंह उर्फ झुन्ना सिंह जहानागंज थाने के रामपुर गांव निवासी स्व. दामोदर सिंह के पुत्र हैं। त्रिभुवन सिंह ईंट भट्ठा के व्यवसाई हैं। त्रिभुवन के मुताबिक बीते 18 दिसंबर 2012 की सुबह लगभग सात बजकर 41 मिनट पर फोन आया। फोन कर्ता ने अपना नाम पंकज यादव बताया। उसने कहा कि मैं जेल से बोल रहा हूं। मेरे बारे में पता कर लेना। साथ ही तिथि के साथ उन्हें कचहरी परिसर में रुपये के संग आकर मिलने को बोला। त्रिभुवन ने उक्त फोन को ध्यान नहीं दिया। इसके बाद फिर 21 दिसंबर की सुबह, फोन करने वाले ने धमकी भरे लहजे में रुपये पहुंचाने के लिए कहा। इसी प्रकार आठ जनवरी 2013 को साढ़े आठ बजे, 15 जनवरी को दिन में बारह बजे, 23 जनवरी को सुबह साढ़े दस बजे फोन आया और फोन कर्ता ने कहा कि 24 जनवरी को मेरी पेशी है। अगर नहीं मिले तो अंजाम भुगतने को तैयार रहना। इसके बाद त्रिभुवन सिंह ने 24 जनवरी को एसपी और डीएम से मिलकर मामले की शिकायत किए हैं। पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया कि मंडल कारागार से फोन किए जा रहे हैं। एसपी के मुताबिक पिछले दिनों पेशी पर आए श्यामबाबू पासी की तलाशी लेने पर उसके पास से कई लोगों के फोन नंबर बरामद हुए थे। लेकिन यह नंबर कौन उपलब्ध करा रहा है। इसकी जांच की जा रही है।
आजमगढ़। पुलिस के लाख प्रयास के बावजूद मंडल कारागार से अपराधियों द्वरा रंगदारी के लिए बाहर फोन किए जाने की घटनाओं पर रोक नहीं लग सकी है। एक बार फिर जेल से नामचीन बदमाश के नाम पर ईंट भट्ठा व्यवसायी से पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई है। सारे रुपये लेकर कोर्ट नंबर दो में या फिर वकील के पास मिलने की चेतावनी दी गई है। अट्ठारह दिसंबर से लगातार धमकी भरे फोन आने से व्यवसायी के परिजनों की नींद उड़ी हुई है।
व्यवसायी ने कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों के यहां गुहार लगाई। पीड़ित त्रिभुवन सिंह उर्फ झुन्ना सिंह जहानागंज थाने के रामपुर गांव निवासी स्व. दामोदर सिंह के पुत्र हैं। त्रिभुवन सिंह ईंट भट्ठा के व्यवसाई हैं। त्रिभुवन के मुताबिक बीते 18 दिसंबर 2012 की सुबह लगभग सात बजकर 41 मिनट पर फोन आया। फोन कर्ता ने अपना नाम पंकज यादव बताया। उसने कहा कि मैं जेल से बोल रहा हूं। मेरे बारे में पता कर लेना। साथ ही तिथि के साथ उन्हें कचहरी परिसर में रुपये के संग आकर मिलने को बोला। त्रिभुवन ने उक्त फोन को ध्यान नहीं दिया। इसके बाद फिर 21 दिसंबर की सुबह, फोन करने वाले ने धमकी भरे लहजे में रुपये पहुंचाने के लिए कहा। इसी प्रकार आठ जनवरी 2013 को साढ़े आठ बजे, 15 जनवरी को दिन में बारह बजे, 23 जनवरी को सुबह साढ़े दस बजे फोन आया और फोन कर्ता ने कहा कि 24 जनवरी को मेरी पेशी है। अगर नहीं मिले तो अंजाम भुगतने को तैयार रहना। इसके बाद त्रिभुवन सिंह ने 24 जनवरी को एसपी और डीएम से मिलकर मामले की शिकायत किए हैं। पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया कि मंडल कारागार से फोन किए जा रहे हैं। एसपी के मुताबिक पिछले दिनों पेशी पर आए श्यामबाबू पासी की तलाशी लेने पर उसके पास से कई लोगों के फोन नंबर बरामद हुए थे। लेकिन यह नंबर कौन उपलब्ध करा रहा है। इसकी जांच की जा रही है।