आजमगढ़। शारदा सहाय के एक्सईएन से टैक्स मांगने की घटना में विधायक द्वारा सफाई दी गई थी कि वह ठेके के बकाए का भुगतान कराने के लिए एक्सईएन से मिले थे, जबकि एक्सईएन और विधायक से वार्ता के बाद हकीकत कुछ और सामने आई है। नहर की सिल्ट सफाई का ठेका 24 लाख रुपये में हुआ था। तीन ठेकेदारों ने मिलकर इस काम को पूरा किया था। इसमें कोई भी ठेकेदार विधायक का आदमी नहीं है। ठेकेदारों को कार्य के एवज में विभाग से 40 प्रतिशत का भुगतान भी हो चुका है। पता चला है कि विधायक ने 24 लाख के ठेके में अपने आदमियों के लिए एडजस्ट मनी की मांग की थी।
वित्तीय वर्ष 2012-13 में विभागीय बजट से शारदा सहायक खंड 23 से संबंधित टिकरगाढ़ रजवाहे की सिल्ट सफाई के लिए 24 लाख का ठेका तीन ठेकेदारों को दिया गया था। इसमें जिले के ठेकेदार रमेश सिंह के जिम्मे 13 किमी से टेल तक, संजय सिंह को 0 से छह किमी तक और जौनपुर के विनोद सिंह के जिम्मे छह किमी से 13 किमी तक की सिल्ट सफाई का काम था।
एक्सईएन सुबाष चंद्र के अनुसार इन ठेकेदारों में कोई भी सपा विधायक का आदमी नहीं है। ठेकेदार विनोद सिंह ने बताया कि जब उन्होंने काम शुरू कराया तो विधायक के लोग यह कहते हुए काम बंद करने को बोले कि जिले के ठेकेदार ही इस काम को कराएंगे। लेकिन मैंने काम पूरा कराया। सिल्ट सफाई का काम पूरा होने पर तीनों ठेकेदारों को 40 फीसदी भुगतान कर दिया गया है। शेष 60 फीसदी भुगतान के लिए शासन से बजट की मांग की गई है। वहीं, एक्सईएन ने बताया कि विनोद सिंह को दिए गए ठेके में सपा विधायक बेचई सरोज अपने आदमियों को एडजस्ट कराना चाहते थे। लेकिन ठेका होने के बाद यह कार्य उनके बस में नहीं था। ऐसे में विधायक ने अपने आदमियों के लिए एडजस्टमेंट मनी मांगी। दूसरी तरफ ‘अमर उजाला’ के शुक्रवार के अंक में ‘आजमगढ़ में सपा विधायक ने एक्सईएन से मांगा टैक्स’ शीर्षक से खबर छपने के बाद विधायक बेचई सरोज ने पुन: संपर्ककर अपनी सफाई दी और स्वीकार किया कि कार्यकर्ताओ को एक्सईएन ने ठेके में एडजस्ट करने का आश्वासन दिया था। इसके लिए जिले के एक मंत्री ने एक्सईएन पर दबाव डाला था। लेकिन भुगतान के समय एक्सईएन मुकर गए। विधायक ने कहा कि एक्सईएन इस तरह की ओछी हरकत अन्य विधायकों के साथ भी कर चुके हैं। यह मामला अब मंत्री शिवपाल सिंह यादव के संज्ञान में लाया जाएगा।
आजमगढ़। शारदा सहाय के एक्सईएन से टैक्स मांगने की घटना में विधायक द्वारा सफाई दी गई थी कि वह ठेके के बकाए का भुगतान कराने के लिए एक्सईएन से मिले थे, जबकि एक्सईएन और विधायक से वार्ता के बाद हकीकत कुछ और सामने आई है। नहर की सिल्ट सफाई का ठेका 24 लाख रुपये में हुआ था। तीन ठेकेदारों ने मिलकर इस काम को पूरा किया था। इसमें कोई भी ठेकेदार विधायक का आदमी नहीं है। ठेकेदारों को कार्य के एवज में विभाग से 40 प्रतिशत का भुगतान भी हो चुका है। पता चला है कि विधायक ने 24 लाख के ठेके में अपने आदमियों के लिए एडजस्ट मनी की मांग की थी।
वित्तीय वर्ष 2012-13 में विभागीय बजट से शारदा सहायक खंड 23 से संबंधित टिकरगाढ़ रजवाहे की सिल्ट सफाई के लिए 24 लाख का ठेका तीन ठेकेदारों को दिया गया था। इसमें जिले के ठेकेदार रमेश सिंह के जिम्मे 13 किमी से टेल तक, संजय सिंह को 0 से छह किमी तक और जौनपुर के विनोद सिंह के जिम्मे छह किमी से 13 किमी तक की सिल्ट सफाई का काम था।
एक्सईएन सुबाष चंद्र के अनुसार इन ठेकेदारों में कोई भी सपा विधायक का आदमी नहीं है। ठेकेदार विनोद सिंह ने बताया कि जब उन्होंने काम शुरू कराया तो विधायक के लोग यह कहते हुए काम बंद करने को बोले कि जिले के ठेकेदार ही इस काम को कराएंगे। लेकिन मैंने काम पूरा कराया। सिल्ट सफाई का काम पूरा होने पर तीनों ठेकेदारों को 40 फीसदी भुगतान कर दिया गया है। शेष 60 फीसदी भुगतान के लिए शासन से बजट की मांग की गई है। वहीं, एक्सईएन ने बताया कि विनोद सिंह को दिए गए ठेके में सपा विधायक बेचई सरोज अपने आदमियों को एडजस्ट कराना चाहते थे। लेकिन ठेका होने के बाद यह कार्य उनके बस में नहीं था। ऐसे में विधायक ने अपने आदमियों के लिए एडजस्टमेंट मनी मांगी। दूसरी तरफ ‘अमर उजाला’ के शुक्रवार के अंक में ‘आजमगढ़ में सपा विधायक ने एक्सईएन से मांगा टैक्स’ शीर्षक से खबर छपने के बाद विधायक बेचई सरोज ने पुन: संपर्ककर अपनी सफाई दी और स्वीकार किया कि कार्यकर्ताओ को एक्सईएन ने ठेके में एडजस्ट करने का आश्वासन दिया था। इसके लिए जिले के एक मंत्री ने एक्सईएन पर दबाव डाला था। लेकिन भुगतान के समय एक्सईएन मुकर गए। विधायक ने कहा कि एक्सईएन इस तरह की ओछी हरकत अन्य विधायकों के साथ भी कर चुके हैं। यह मामला अब मंत्री शिवपाल सिंह यादव के संज्ञान में लाया जाएगा।