अहरौला। जौनपुर जिले के सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के बर्रा गांव के पास हत्या कर फेंकी गई युवती की लाश की शिनाख्त होने के बावजूद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने से नाराज ग्रामीणों ने थाने का घेराव किया। ग्रामीणों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। वहीं निलंबित एसओ द्वारा आश्वासन दिए जाने पर ग्रामीण वापस लौट गए।
बता दें कि अहिरौला थाने के मतलूबपुर गांव निवासी रामजीत शर्मा की पुत्री बीते 26 मई की रात घर में संदिग्ध हाल में घर से गायब हो गई थी। उसके पिता रामजीत शर्मा ने गांव की एक युवती समेत आधा दर्जन लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पुलिस को तहरीर दिया था। लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं की। इस बीच 28 मई की सुबह लापता युवती की लाश जिले के सीमा पर जौनपुर जिले के सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के बर्रा गांव के सिवान में फेंकी मिली। जानकारी मिलने के बाद शालू के पिता रामजीत ने उसकी शिनाख्त की। 29 मई को लाश लाने के बाद परिजन और गांव के लोगों ने थाने पर विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस रामजीत द्वारा पूर्व में दी गई तहरीर पर थाने में रिपोर्ट दर्ज की। जबकि घटना के बाद रामजीत ने आधा दर्जन लोगों को आरोपित करते हुए तहरीर दिया था। हालांकि एसपी ने थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया, लेकिन कार्रवाई न होने से नाराज परिजन और गांव के लोग गुरुवार की सुबह एक बार फिर से अहरौला थाने पहुंच थाने का घेराव कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। मौके पर मौजूद निलंबित थानाध्यक्ष ने कहा कि नए थानाध्यक्ष इस मामले को देखेंगे। कार्रवाई के नाम पर पुलिस चार लोगाें को हिरासत में ली है। जानकारी मिलने पर गांव के लोग वापस लौट गए।