कप्तानगंज। लापरवाही और टांका काटने के एवज में धन मांगने से गुस्साए ग्रामीणों ने स्थानीय थाने के कौडि़या बाजार में मंगलवार को एक नर्सिगिं होम पर जम कर हंगामा किया। ग्रामीणों को रुख देखते ही चिकित्सक क्लीनिक छोड़ कर फरार हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस के पहुंचने पर ग्रामीण शांत हुए और मरीज को लेकर जिला अस्पताल गए।
अंबेडकर नगर जिले के रफीगंज थाने के गोविंद साहब सीताघाट विंडोरिया बाजार निवासिनी चंपा देवी पत्नी योगेंद्र राजभर का कप्तानगंज थाने के पासीपुर गांव में मायका है। चंपा देवी को स्टोन का आपरेशन करने के लिए उसके पति ने 22 मई को कौडि़या बाजार स्थित प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया। पति के अनुसार बिना जांच पड़ताल किए ही चंपा देवी का पेट चीर दिया गया। पेट चीरने के बाद डाक्टर ने कहा शायद कैंसर है कहकर टांका चला दिया। मंगलवार की शाम को योगेंद्र अपनी पत्नी को क्लीनिक पर टांका काटने के लिए पहुंचा। योगेंद्र का आरोप है कि चिकित्सक टांका काटने से पूर्व 10 हजार रुपए की मांग करने लगा। पैसे मांगने की सूचना मिलते ही पासीपुर गांव के सैकड़ों ग्रामीण हास्पिटल पर धमक पड़े और चिकित्सक के विरोध में नारेबाजी करने लगे। सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंच गई। इस बीच चिकित्सक क्लीनिक छोड़ कर फरार हो गया। कप्तानगंज थानाध्यक्ष फाजिल सिद्दीकी का कहना है कि चिकित्सक का मरीज पर साढ़े चार हजार रुपए बकाया था। बकाया मांगने पर परिजनों ने बवाल करना शुरू कर दिया ।