कटानी बाजार। महराजगंज थाने के नौबरार देवारा किता प्रथम के विकास नगर स्थित निषाद बस्ती में गुरुवार की सुबह लगभग नौ बजे खाना बनाते समय चूल्हे से निकली आग की चिंगारी ने पूरी बस्ती को जला कर खाक कर दिया। लोगों के प्रयास के बाद भी देखते ही देखते 15 परिवारों का आशियाना उजड़ गया। इस घटना में 42 रिहायशी मड़इयां राख में तब्दील हो गईं। इस दौरान आग के चपेट में आने से एक बकरी की मौत हो गई। जबकि एक महिला झुलस गई।
विकास नगर के निषाद बस्ती में लगभग 15 परिवार मड़ई डाल कर रहते थे। बस्ती के कुंजबिहारी पुत्र झपसू के घर में सुबह खाना बनाते समय चूल्हे से निकली चिंगारी ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग की चिंगारी से रिहायशी मड़ई में आग लगते ही पूरा गांव में कोहराम मच गया। आग लगते ही ग्रामीण अग्निशमन विभाग को सूचना देने के साथ ही डीजल इंजन चालू कर आग पर काबू पाने के लिए जुट गए।
लगभग एक घंटे बाद अग्निशमन दल के जवान मौके पर पहुंचे, तब तक पूरी बस्ती जल कर खाक हो चुकी थी। बस्ती के कुंज बिहारी पुत्र झपसू की तीन, रामपत पुत्र सुभग्गा की छह, श्रीपति पुत्र सुभग्गा की तीन, संतोष पुत्र रामबुझ की दो, रामजीत, विश्वनाथ,जनार्दन, रमेश की दो-दो, रामजतन, रामविजय, शिवकुमार, जोखई की तीन-तीन रामभवन की पांच रिहायशी मड़इयां जल कर राख हो गई। इसके अलावा बस्ती से थोड़ी दूर बसे रामअधार यादव, जवाहिर और चंद्रभूषण की पांच रिहायशी मड़इयां भी स्वाहा हो गईं। आग के चपेट में आने से कुंजबिहारी की एक बकरी झुलस कर मर गईं। 38 वर्षीया निन्हकी पत्नी रामजीत झुलस गई। आगलगी की सूचना मिलने पर लगभग तीन घंटे बाद क्षेत्रीय कानूनगो हरिहर यादव, लेखपाल जयनरायन पांडेय ने मौके पर निरीक्षण किया। पीड़ितों को दैवी आपदा राहत कोष से आर्थिक सहायता दिए जाने का आश्वासन दे कर चले गए।