आजमगढ़। केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल का मूल्य साढ़े सात रुपये बढ़ाए जाने पर भाजपाइयों ने गुरुवार को सड़क पर उतर विरोध प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति के नाम पांच सूत्री मांगों का ज्ञापन एसडीएम सदर आशुतोष निरंजन को सौंपा।
भाजपा नेत्री नीलम सोनकर ने कहा कि महंगाई से त्रस्त जनता को राहत देने के बजाय पेट्रोल के मूल्य में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी करके आम आदमी की कमर तोड़ने का काम कर रही है सरकार। भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष ऋषिकांत राय उर्फ पप्पू ने सरकार को कोसा। भाजपाइयों ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम पेट्रोल में की गई भारी मूल्य वृद्धि तत्काल वापस लेने, पेट्रोलियम पदार्थों पर केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा लगाए गए टैक्स वापस लेने, डीजल, मिट्टी के तेल व रसोई गैस पर सब्सिडी समाप्त करने सहित पांच सूत्री मांग पत्र एसडीएम सदर को सौंपा। इस अवसर पर माला द्विवेदी, तेज प्रताप सिंह, दिवाकर सिंह, जयनाथ सिंह, सहजानंद राय, चंद्रप्रकाश द्विवेदी, दुर्ग विजय यादव, विक्रम सिंह पटेल, डा. बालचंद यादव, मीरा राय, अजय सिंह, अभिषेक जायसवाल सहित तमाम लोग मौजूद थे।
लालगंज संवाददाता के अनुसार भाजपा सहित तहसील के अधिवक्ताआें ने प्रदर्शन कर विरोध मूल्यवृद्धि पर विरोध जताया। गुरुवार को लालगंज कस्बे में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार की प्रतिकात्मक शवयात्रा निकाल शव का अंतिम संस्कार भी किया। पेट्रोल मूल्यवृद्धि के विरोध में गुरुवार की सुबह भाजपा इकाई लालगंज के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार की शव यात्रा ठाकुर द्वारा मंदिर से निकली, जो नगर के विभिन्न मार्गों से होेते हुए तहसील गेट पर पहुंची। जहां भाजपाइयों ने मूल्य वृद्धि के विरोध में केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए शव का अंतिम संस्कार कर दिया। शवयात्रा में संजय जायसवाल, योगेंद्र राय, झिनकू राम, आशोक राम, नंदन जायसवाल, त्रिभुवन, अशोक सोनकर, यशवंत साहू, बिरजू प्रजापति, हिटलर, दिलीप, महेंद्र यादव, रजनीश जायसवाल, इंद्राज चौहान, शिवमूरत मौर्य, चंद्रमोहन साहू आदि शामिल थे। इसी क्रम में तहसील के अधिवक्ताओं ने समर बहादुर सिंह और ओम प्रकाश मिश्र के नेतृत्व में पेट्रोल मूल्य वृद्धि के विरोध में तहसील में चक्रमण किया। प्रस्ताव पारित कर पूरे दिन न्यायिक कार्यों से विरत रहे। बाद में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। इस मौके पर हामिद अली, विजय प्रकाश पाण्डेय, अमरनाथ यादव, गोपाल श्रीवास्तव, रामसेवक यादव, सत्यदेव यादव, लालजीत यादव, राणा प्रताप सिंह आदि उपस्थित रहे।