आजमगढ़। शहर कोतवाली क्षेत्र के बवाली मोड़ पर रोडवेज बस पकड़ने के लिए भाई संग आ रही युवती को मंगलवार की रात बोलेरो सवार शोहदों ने छेड़ा ही नहीं ओछी हरकत भी किया। शोहदाें के संख्या बल में ज्यादा होने से भयभीत युवती का भाई भी कुछ करने में डर रहा था। संयोग से ऐन वक्त पर पुलिस के पहुंच जाने से आरोपी दबोचे गए। सरेराह युवती के संग छेड़खानी करने वाले युवक किसी बड़े घर के निकले, परिणामस्वरूप पुलिस उन्हे देर रात छोड़ दी।
स्थानीय लोगों से मिली सूचना के अनुसार मंगलवार की रात एक युवती अपने भाई के संग बाइक से रोडवेज आ रही थी। युवती को इलाहाबाद में आयोजित होने वाली किसी परीक्षा में शामिल होना था। उसका भाई उसे छोड़ने के लिए आ रहा था। जैसे ही बाइक बवाली मोड़ के पास पहुंची तभी बोलेरो में सवार युवक वहां पहुंच गए तथा भाई के सामने ही युवती के संग छेड़खानी करने लगे। इस दौरान युवती के भाई ने विरोध किया तो बेलेरो सवार मनबढों नेे युवती के संग ओछी हरकत भी किया। युवकाें की मनबढ़ई से युवती के संग उसका भाई भी सहम गया। तभी संयोग से एसओजी के कुछ जवान उधर से गुजरे वे लोग बेलेरो सवार युवकाें की हरकतों को देख गाड़ी रोक दिए। साथ ही चाराें को धर दबोचा। घटनाक्रम से अवगत होने के बाद पुलिस चाराें को रोडवेज चौकी पर लाकर उनकी दैहिक समीक्षा की। इसके बाद उन्हें कोतवाली भेज दिया। देर रात युवकों के अभिभावकों को इसकी जानकारी हुई। इसमें एक अभिभावक रोडवेज चौकी पर पहुंच गए।
ऊंची रसूख रखने वाले पिता ने पहुंच कर असर दिखाया। परिणामस्वरूप सुशासन के वादे के साथ सता में आए सूबे की पुलिस ने देर रात चारों को छोड़ दिया। इस संबंध में वार्ता करने पर युवकों को दबोचने वाले सिपाही ने कहा कि यही कारण है कि अब पुलिस किसी मामले को देखकर भी हाथ डालना नहीं चाहती। खैर बवाली मोड़ पर जो कुछ हुआ उसे देखने वालों की कमी नहीं थी, घटना को देख शरीफ परिवार के लोग काफी सहम गए। वहीं प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यदि सुरक्षा व्यवस्था ऐसी पुलिस के हाथों है तो आमलोगों की सुरक्षा कैसे होगी।