आजमगढ़। शहर में सीवर लाइन के निर्माण का कार्य पूर्ववत कच्छप गति से चल रहा है। डीएम द्वारा तय की गई समय सीमा भी रविवार को बीत गई लेकिन कार्य अधूरा पड़ा है।
बीते तीन वर्षों से नगर क्षेत्र में सीवर लाइन का कार्य किया जा रहा है। इस दौरान तोड़ी गई सड़कों को दुरुस्त कराने के लिए डीएम ने कार्यदायी संस्था जल निगम को कार्य समाप्त करने की समय सीमा निर्धारित कर दी थी। लेकिन निर्धारित समय सीमा 20 मई तक कार्य पूरा नहीं किया गया। बता दें कि जिलाधिरी प्रांजल यादव बीते 23 अप्रैल 2012 को अमर उजाला में प्रकाशित खबर को संज्ञान में लेकर निर्माण कार्य का निरीक्षण 30 अप्रैल को किया था। डीएम ने जल निगम के द्वारा कार्य के नाम पर किए जा रहे मनमानी पर भी नाराजगी जताई थी। साथ ही सीवर लाइन के नाम पर तोड़ी जाने वाली सड़कों को खोदने से मनाकर पहले जो सड़के टूट चुकी थीं उन्हें दुरुस्त कराने का आदेश दिया था। इसक्रम में जिलाधिकारी ने बीते 13 मई को दुबारा कार्य का निरीक्षण किया, इस दौरान लेपन कार्य में भी खामियां मिलीं। कार्य में गुणवत्ता न मिलने पर डीएम ने अधिकारियों को फटकारते हुए गुणवत्ता युक्त कार्य पूरा करने के लिए 20 मई का समय तय किया था। इस दौरान जिलाधिकारी ने यह भी आदेश दिया था, कि यदि तयशुदा तिथि में कार्य पूरा नहीं हुआ तो वे ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करेंगे। लेकिन समय सीमा बीतने पर भी ठेकेदार और विभाग के अधिकारी काम पूरा नहीं कर सके। बता दें कि जिलाधिकारी इस समय लखनऊ में आयोजित बैठक में भाग लेने के लिए गए हैं। ऐसे में वे लौटने के बाद क्या कार्रवाई करते हैं इस पर लोगों की नजरेें टिकी हुई हैं।