आजमगढ़। नगर क्षेत्र के पुरा गुलामी मुहल्ले में स्थापित ट्रांसफार्मर आखिरकार विभाग की लापरवाही की भेंट चढ़ गया। ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने के लिए डीएम द्वारा दिए गए आदेश का विभाग ने दरकिनार कर दिया। इसका परिणाम रहा कि शुक्रवार की रात ट्रांसफार्मर ब्लास्ट के धधक उठा। ट्रांसफार्मर जलने से गुलामी का पुरा सहित तीन मुहल्लों की बिजली गुल हो गई। इस दौरान पानी के लिए हायतौबा मची रही।
हाफिजपुर से होने वाली 11 हजार की आपूर्ति को 220 बोल्ट में कन्वर्ट कर आपूर्ति देने के लिए नगर क्षेत्र के उत्तरी हिस्से में कई ट्रांसफार्मर लगे हैं। इसमें से एक ट्रांसफार्मर गुलामी का पुरा मोहल्ले में स्थापित है। 630 केबीए के इस ट्रांसफार्मर पर तीन मोहल्लों की करीब दस हजार आबादी का लोड है। बीते कई दिनों से इस ट्रांसफार्मर से आपूर्ति प्रभावित हो रही थी। जांच करने पर पता चला कि ट्रांसफार्मर ओवर लोड की स्थिति में है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्रीय जेई यतेंद्र ने विभाग के उच्चाधिकारियों को क्षमता बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा था। लेकिन इसपर पहल नहीं हुआ। इसबीच फाल्ट के चलते होने वाली कटौती से नाराज मोहल्ले के लोगों ने जाम लगा दिया, मामले से जिलाधिकारी भी वाकिफ हुए। इसीबीच मोहल्ले के लोगों ने डीएम से मिलकर फाल्ट के बारे में बताया। जिलाधिकारी ने विभाग के अधिशासी अभियंता, एसडीओ, जेई सहित अन्य को तलबकर फाल्ट के कारणों को जाना। साथ ही ओवर लोड चल रहे गुलामी का पुरा के ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने का आदेश दिया। डीएम ने मौका मुआयना भी किया था। इसके बाद भी विभाग के अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं लिए। इसका परिणाम हुआ कि चौथे दिन ट्रांसफार्मर जल गया। इससे गुलामी का पुरा, जालांधरी, बाजबहादुर मुहल्ले के लोग अंधेरे में हो गए। शनिवार की शाम तक ट्रांसफार्मर की व्यवस्था नहीं हो सकी थी। अधिशासी अभियंता नरेंद्र प्रताप ने कहा कि स्टीमेंट बना लिया गया है। ट्रांसफार्मर लगाने वाले थे कि पुराना ट्रांसफार्मर जल गया।