अतरौलिया। गांधी शताब्दी स्मारक स्नातकोत्तर महाविद्यालय के परीक्षार्थी बुधवार को पर्यावरण की परीक्षा से वंचित होने पर सड़क पर उतर गए। बूढ़नपुर चौराहे पर आजमगढ़-फैजाबाद मार्ग पर चक्का जाम कर दिया। आक्रोशित छात्रों ने पूर्वांचल विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की। पुलिस की मौजूदगी में कालेज के प्राचार्य ने घंटे भर बाद परीक्षार्थियों को बैक पेपर कराने का आश्वासन दिया, तब कहीं जाकर जाम समाप्त हुआ। इस दौरान लगभग एक घंटे तक आजमगढ़-फैजाबाद मार्ग ठप रहा।
गांधी शताब्दी स्मारक स्नातकोत्तर महाविद्यालय पर बुधवार को दूसरी पाली में बीए प्रथम वर्ष की पर्यावरण विषय की परीक्षा आयोजित की गई थी। बीए द्वितीय वर्ष, तृतीय वर्ष के भी लगभग डेढ़ सौ परीक्षार्थी भी परीक्षा देने पहुंचे थे। कालेज प्रशासन ने बीए द्वितीय और तृतीय वर्ष के परीक्षार्थियों को यह कर परिसर से बाहर कर दिया कि विश्वविद्यालय प्रशासन से परीक्षा के लिए अनुमति नहीं मिली है। इस पर परीक्षार्थी भड़क गए और कालेज प्रशासन से नोकझोंक करने लगे। गिरफ्तारी की धमकी पर परीक्षार्थी कालेज परिसर से नारेबाजी करते हुए बूढ़नपुर चौराहे पर पहुंच गए, जहां चक्का जाम कर दिया। जाम की सूचना पर अतरौलिया थानाध्यक्ष मौके पर पहुंच गए। कालेज प्रशासन और छात्रों के बीच वार्ता के दौरान विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक से फोन पर वार्ता की गई। कालेज के प्राचार्य मदन मोहन श्रीवास्तव ने परीक्षा नियंत्रक से वार्ता कर आश्वासन दिया कि बीए द्वितीय और तृतीय वर्ष के परीक्षार्थियों की पर्यावरण की परीक्षा बैक पेपर परीक्षा के समय ली जा सकती है। प्राचार्य ने यह भी कहा कि बीए प्रथम वर्ष में ही पर्यावरण की परीक्षा अनिवार्य है। यदि किसी की परीक्षा छूट जाती है, तो उसे अगले वर्ष बैक पेपर के साथ परीक्षा में शामिल किया जा सकता है। इस आश्वासन पर छात्रों ने जाम समाप्त किया।