सरायमीर। गोठाव-सरायमीर मुख्य मार्ग के निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग होते देख गंभीरपुर थाना क्षेत्र के नरदह गांव के ग्रामीण भड़क उठे और मुख्य मार्ग जाम कर दिया। मंगलवार की दोपहर लगा जाम दो घंटे बाद थानाध्यक्ष सरायमीर के आश्वासन पर समाप्त हुआ। इस दौरान दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
बता दें कि सरायमीर नगर पंचायत से नंदाव बाजार होते हुए गोठाव बाजार तक मुख्य मार्ग गया है। करीब 14 किलोमीटर तक के इस मार्ग की दशा काफी दयनीय है। ग्रामीणों द्वारा कई बार आंदोलन करने के बाद उक्त मार्ग के मरम्मत के लिए एक करोड़ 10 लाख रुपए स्वीकृत हुआ। धन मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू हुआ। लेकिन प्रयोग में होने वाली सामग्री काफी घटिया किस्म की है। आलम यह है कि एक तरफ सड़क बनते जा रही है तो दूसरी तरफ उखड़ते जा रही है। इस बात की जानकारी होने के बाद मंगलवार को गंभीरपुर थाना क्षेत्र के नरदह गांव के दर्जनों ग्रामीण भटक उठे और चक्का जाम कर दिया। मार्ग अवरुद्ध होने से दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई। इसी बीच मार्ग जाम की सूचना पर थानाध्यक्ष सरायमीर विजय कुमार सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और उग्र ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि मानक में अनदेखी हुई तो निर्माण कार्य नहीं होने दिया जाएगा।
सरायमीर। गोठाव-सरायमीर मुख्य मार्ग के निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग होते देख गंभीरपुर थाना क्षेत्र के नरदह गांव के ग्रामीण भड़क उठे और मुख्य मार्ग जाम कर दिया। मंगलवार की दोपहर लगा जाम दो घंटे बाद थानाध्यक्ष सरायमीर के आश्वासन पर समाप्त हुआ। इस दौरान दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
बता दें कि सरायमीर नगर पंचायत से नंदाव बाजार होते हुए गोठाव बाजार तक मुख्य मार्ग गया है। करीब 14 किलोमीटर तक के इस मार्ग की दशा काफी दयनीय है। ग्रामीणों द्वारा कई बार आंदोलन करने के बाद उक्त मार्ग के मरम्मत के लिए एक करोड़ 10 लाख रुपए स्वीकृत हुआ। धन मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू हुआ। लेकिन प्रयोग में होने वाली सामग्री काफी घटिया किस्म की है। आलम यह है कि एक तरफ सड़क बनते जा रही है तो दूसरी तरफ उखड़ते जा रही है। इस बात की जानकारी होने के बाद मंगलवार को गंभीरपुर थाना क्षेत्र के नरदह गांव के दर्जनों ग्रामीण भटक उठे और चक्का जाम कर दिया। मार्ग अवरुद्ध होने से दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई। इसी बीच मार्ग जाम की सूचना पर थानाध्यक्ष सरायमीर विजय कुमार सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और उग्र ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि मानक में अनदेखी हुई तो निर्माण कार्य नहीं होने दिया जाएगा।