मेहनाजपुर। मेहनाजपुर-जियापुर जर्जर रोड को लेकर आक्रोशित 10 गांवों के ग्रामीण मंगलवार की सुबह सड़क पर उतर गए। ट्रैक्टर ट्राली से आए सैकड़ों ग्रामीणों ने मेहनाजपुर बाजार में जहां चक्का जाम कर दिया, वहीं पांच किमी. तक के गांवों की महिलाएं भी जहां-तहां सड़क पर आ गईं और अपने-अपने गांव के सामने धरने पर बैठ गईं। चक्का जाम कर रहे ग्रामीण क्षेत्रीय विधायक पर वादा खिलाफी का आरोप लगा रहे थे। पुलिस के समझाने पर ग्रामीण प्रशासनिक अधिकारियों को मौके पर बुलाने की जिद पर अड़ गए और मेहनाजपुर चौराहे पर धरने पर बैठ गए। लगभग साढ़े बारह बजे लालगंज एसडीएम मोहनलाल आंदोलनकारियों के बीच पहुंचे। जर्जर रोड के निर्माण का आश्वासन दिए जाने पर ग्रामीणों सड़क से हटे। इस दौरान लगभग तीन घंटे तक मेहनाजपुर-वाराणसी मार्ग पर यातायात ठप रहने से राहगीर हलाकान रहे।
बता दें कि मेहनाजपुर-वाराणसी मार्ग पर मेहनाजपुर से जियापुर गांव तक लगभग पांच किमी. सड़क पिछले पांच साल से खड़ंजा मार्ग के रूप में तब्दील हो गया है। विधानसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन बसपा विधायक विद्या चौधरी और वर्तमान सपा विधायक बृजलाल सोनकर के बाजार में पहुंचने पर ग्रामीणों ने जर्जर रोड की दशा सुधारने की मांग की थी। सपा-बसपा के दोनों प्रत्याशियों ने चुनाव जीतने पर जर्जर रोड को बनवाने का वादा किया था। लेकिन चुनाव बाद भी सुनवाई न होने पर मंगलवार को सुबह लगभग साढ़े नौ बजे मेहनाजपुर, बहलोलपुर, निहुला,नरायनपुर, चकिया-बकिया, हरिनामपुर, लालमऊ, दक्षिण का पुरा, कूबा खास, चकेरा, महुवार आदि गांवों के ग्रामीण ट्रैक्टर ट्राली,पिकप पर सवार हो कर मेहनाजपुर चौराहे पर पहुंच गए और रोड की मांग को लेकर चक्काजाम कर दिया। इधर 10 गांवों की महिलाएं भी अपने-अपने गांव के सामने चारपाई डाल कर रोड जाम कर दीं। जाम से मेहनाजपुर-वाराणसी मार्ग पर ट्रक और बसों की लंबी लाइन लग गई। चक्का जाम की खबर पर लगभग आधे घंटे बाद मेहनाजपुर थानाध्यक्ष दीपनरायन दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। समझा-बुझा कर चक्का जाम समाप्त करने की पहल शुरू की, तो ग्रामीण भड़क गए । तीन घंटे बाद एसडीएम लालगंज ने मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि रोड के निर्माण के लिए प्रस्ताव जिला प्रशासन को दिया गया है। शीघ्र ही निर्माण शुरू हो जाएगा।