अजीतमल (औरैया)। विद्युत व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। इससे क्षेत्र में पानी का संकट भी हो गया है। बिजली न रहने पर पानी की सप्लाई नहीं की जाती है। इससे लोगों को हैंडपंपों का सहारा लेना पड़ता है।
विद्युत उपकेंद्र पर सोमवार की रात्रि में एक नंबर फीडर की इनकमिंग सीटी खराब होने से विद्युत व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी। इससे रातभर बिजली गुल रही। दिन में इनकमिंग सीटी ठीक करने के बाद सिर्फ एक घंटे ही बिजली दी गई। इससे कस्बे के लोग बूंद बूंद पानी को तरस गए। बिजली का शेडयूल रात्रि के 11 बजे का का है लेकिन कभी भी बिजली अपने शेडयूल से नहीं आती है। कभी दो या तीन घंटे लेट आती है। पूरे चौबीस घंटे में सिर्फ छह सात घंटे ही बिजली मिल पा रही है।
अजीतमल (औरैया)। विद्युत व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। इससे क्षेत्र में पानी का संकट भी हो गया है। बिजली न रहने पर पानी की सप्लाई नहीं की जाती है। इससे लोगों को हैंडपंपों का सहारा लेना पड़ता है।
विद्युत उपकेंद्र पर सोमवार की रात्रि में एक नंबर फीडर की इनकमिंग सीटी खराब होने से विद्युत व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी। इससे रातभर बिजली गुल रही। दिन में इनकमिंग सीटी ठीक करने के बाद सिर्फ एक घंटे ही बिजली दी गई। इससे कस्बे के लोग बूंद बूंद पानी को तरस गए। बिजली का शेडयूल रात्रि के 11 बजे का का है लेकिन कभी भी बिजली अपने शेडयूल से नहीं आती है। कभी दो या तीन घंटे लेट आती है। पूरे चौबीस घंटे में सिर्फ छह सात घंटे ही बिजली मिल पा रही है।