दिबियापुर (औरैया)। मंडी समिति दिबियापुर में एसएमआई कार्यालय द्वारा बनाए गए गेहूं खरीद केंद्र पर धांधली का खुलासा होने के बाद यहां पड़ताल करने के लिए एसडीएम औरैया पहुंचे। एसडीएम औरैया नन्हकू, खरीद केंद्र के क्रय रजिस्टर के पूरे रिकार्ड की फोटो कापी अपने साथ ले गए हैं। एसडीएम के अनुसार गेहूं खरीद में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
21 मई को कथित किसान मंडी समिति में गल्ला आढ़त पर बनाए गए प्राइवेट गेहूं क्रय केंद्र पर गेहूं बेचने पहुंचा था। यहां पर उसने गेहूं खरीदने को लेकर जमकर हंगामा काटा। भिकनी का पुरवा निवासी कथित किसान का कहना था कि अभी तक उसने एक भी क्विंटल गेहूं नहीं बेचा है। परंतु आढ़तियों ने बताया था कि गेहूं बेचने पहुंचा कथित किसान गेहूं की खेती ही नहीं करता। बल्कि किसानों से खरीदकर गेहूं लाता और बेचता है। मीडियाकर्मियों ने इस पर पड़ताल प्रारंभ की तो सामने आया कि अधिकारियों से मिलीभगत कर वह एसएमआई के सरकारी क्रय केंद्र पर अपनी दो जोतबहियों के माध्यम से अलग-अलग तिथियों में लगभग दो सौ क्विंटल गेहूं बेच चुका है। कर्मचारियों और अधिकारियों से मिलीभगत के चलते कथित किसान की जोतबही में एक भी क्विंटल गेहूं खरीद नहीं चढ़ाया गया। इस मामले की पड़ताल करने के लिए गुरुवार को अपराह्न एसडीएम औरैया नन्हकू दिबियापुर मंडी समिति स्थित एसएमआई के गेहूं क्रय केंद्र पर पहुंचे। यहां पर उन्होंने सबसे पहले क्रय पंजिका को अपने कब्जे में लिया। क्रय पंजिका के पूरे रिकार्ड की फोटोकापी कराके वे अपने साथ ले गए। एसडीएम के अनुसार प्रारंभिक पड़ताल में गेहूं खरीद के अन्य मामलों में भी घपले की जानकारी मिली है। जल्द ही पूरी पड़ताल कर मामले के दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। गल्ला व्यापारी बताते हैं कि बिचौलिए इस कदर हावी हैं कि एक से डेढ़ बीघा जमीन वाले किसान सौ-सौ क्विंटल तक गेहूं क्रय केंद्र पर बेच रहे हैं। जांच में अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आएगी।