औरैया। जिले में धनराशि न होने से गेहूं खरीद ठप है। केंद्रों पर गेहूं न खरीदने पर किसानों को अपनी फसल बाजार में बेचनी पड़ रही है। भारतीय खाद्य निगम भी भुगतान में देरी कर रहा है।
शासन से वर्ष 2012 में जिले को 46 हजार 500 मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य सौंपा गया है। इसके लिए पांच क्रय एजेंसियों ने जिले भर में कुल 81 क्रय केंद्र खोल रखे हैं। एक अप्रैल से खुले इन क्रय केंद्रों पर अब तक लक्ष्य के सापेक्ष 3812 किसानों से 20093 एमटी गेहूं खरीद की जा सकी है। दो माह में लक्ष्य के साठ फीसदी को देखते हुए 30 जून तक संचालित होने वाले क्रय केंद्रों पर बकाया 26 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद करना असंभव कार्य प्रतीत हो रहा है। जिला विपणन अधिकारी बीआर चतुर्वेदी ने बताया कि यदि क्रय केंद्रों के समक्ष बजट और बारदाने के कमी की समस्या न आती तो इस लक्ष्य को आसानी से पूरा किया जा सकता था। अब शेष 37 दिनों में तकरीबन 26 हजार एमटी मीट्रिक टन गेहूं की खरीद करना आसान नहीं है। फिर भी विभाग लक्ष्य पूरा करने का प्रयास में जुटा हुआ है।