औरैया। मध्य प्रदेश के शहडोल में सड़क हादसे में जान गंवाने वाले औरैया निवासी विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ) के जवान का शव सोमवार को आते ही परिवार वाले फूट फूटकर रोने लगे। घर वालों को राता देख लोगों की आंखों से भी आंसू निकलने लगे। अंतिम संस्कार से पहले सिपाही को सलामी दी गई।
औरैया शहर के मोहल्ला बनारसी दास निवासी महाराज सिंह पुत्र सरमन लाल विशेष सशस्त्र पुलिस बल (एसएएफ) में पीसी के पद पर तैनात थे जिनकी रविवार को मध्य प्रदेश के शहडोल में बस और टैंकर की भिड़ंत में मौत हो गई। इस घटना में तीन अन्य सिपाहियों की भी मौत हुई थी। इसकी सूचना घर आने पर महाराज सिंह के परिवारीजनों में शोक की लहर दौड़ गई। सोमवार की दोपहर जब सिपाही महाराज सिंह का शव मध्य प्रदेश पुलिस के जवान लेकर आए तो घर की महिलाएं शव को देख दहाड़े मारकर रोने लगीं। इधर अपने पुत्र के शव को देख शरमनलाल की आंखें भी आंसुओं से नम हो गईं। वह सिर पकड़कर एक कोने में रोते रहे। लोगों ने उन्हें ढाढ़स बधाने का प्रयास किया। इस बीच शहर कोतवाली प्रभारी ब्रज मोहन वर्मा, एसआई अजय पाठक अन्य सिपाहियों व गारद के साथ वहां पहुंचे। शव को लेकर तालेपुर स्थित खेत पर ले जाया गया। शव यात्रा में सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे। तालेपुर खेत में शव को गारद ने सलामी दी। इस मौके पर मौजूद लोगों ने पुष्पांजलि भी अर्पित की। पुष्पांजलि अर्पित करने वालों में मध्य प्रदेश एसएएफ के जवान आरएन सिंह, अखिलेश कुमार, कोतवाली प्रभारी व पुलिस टीम के साथ ही व्यापारी नेता अनूप गुप्ता व अन्य राजनीतिक दलों के लोग शामिल थे।