दिबियापुर (औरैया)। मंडी समिति दिबियापुर में एसएमआई कार्यालय स्थित गेहूं खरीद केंद्र में धांधली का मामला प्रकाश में आया है। मामले का खुलासा तब हुआ जब एक कथित किसान ने आढ़त पर बनाए गए क्रय केंद्र पर जाकर हंगामा किया। वह अपने साथ ट्रैक्टर पर लगभग 60 क्विंटल गेहूं लेकर आया था। कई आढ़तियों ने नाम न छापने के अनुरोध पर बताया कि ट्रैक्टर पर गेहूं लादकर लाने वाला व्यक्ति किसान नहीं है। वह किसानों से औने पौने दामों में गेहूं खरीदकर अपनी जोत बही के माध्यम से विभिन्न क्रय केंद्रों पर बेचता है।
पुर्वा भिखनी के सुरेश चंद्र पुत्र उमाशंकर दिबियापुर मंडी समिति में आढ़ती के यहां अपनी जोतबही संख्या 249220 के माध्यम से लगभग 60 क्विंटल गेहूं बेचने आया था। इसके लिए बाकायदा मंडी समिति कर्मचारी की ओर से प्रवेश पर्ची संख्या 5493 काटी गई। उसकी इस जोतबही पर अभी तक एक भी क्विंटल गेहूं बेचने की सूचना दर्ज नहीं थी परंतु जब एसएमआई कार्यालय की ओर से बनाए गए क्रय केंद्र पर जाकर पड़ताल की गई तो इसी जोतबही क्रमांक पर 5 मई को 62.5 क्विंटल एवं 12 मई को 16 क्ंिवटल गेहूं की बिक्री की गई। इसके लिए सुरेश चंद्र को चेक भी निर्गत कर दी गई। इसी सुरेश चंद्र पुत्र उमाशंकर निवासी पुर्वा भिखनी के दूसरी जोतबही संख्या 249220 की पड़ताल की गई तो पता चला कि इस जोतबही के माध्यम से भी 13 मई एवं 15 मई को 20-20 क्विंटल गेहूं की बिक्री एसएमआई केंद्र पर की गई। इसके एवज में भी चेक निर्गत कर दी गई। हालांकि इस बिक्री की जानकारी भी सुरेश चंद्र की जोतबही में दर्ज नहीं मिली। दो जोतबहियों के माध्यम से लगभग 120 क्विंटल गेहूं अलग अलग तिथियों में बेचा गया परंतु एक भी जानकारी जोतबहियों में दर्ज न होना निश्चित तौर पर विभागीय कर्मियों से मिलीभगत प्रदर्शित करता है। आढ़तियों का कहना है कि यदि जांच की जाए तो गेहूं क्रय केंद्र पर बिचौलियों के माध्यम से और बड़े पैमाने पर गेहूं खरीद का मामला प्रकाश में आएगा।