औरैया। प्रारंभिक दौर से ही संकटों से घिरी जिले की गेहूं खरीद की मुसीबतें कम होते नजर नहीं आ रही हैं। बारदाना का तो पहले से ही क्रय केंद्रों पर अभाव था, अब उनके समक्ष बजट के कमी की समस्या भी आड़े आ गई है। बारदाना और बजट के अभाव में पिछले एक सप्ताह से सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद पर विराम लगा हुआ है। ऐसे में इस बार फिर भी जिले में निर्धारित गेहूं खरीद का लक्ष्य के आस-पास पहुंच पाना मुश्किल हो गया है।
जिले में 46,500 मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य के लिए 81 सरकारी क्रय केंद्रों पर किसानों से गेहूं की खरीद की जा रही है। अब तक 3812 किसानों से महज 14 हजार 370 मीट्रिक टन ही गेहूं की खरीद की जा सकी है। इसके लिए 2 लाख 16 हजार 943 बोरे प्रयोग में लाए जा चुके हैं। मौजूदा समय में किसी भी सरकारी गेहूं खरीद केंद्र पर बारदाना नहीं है। बारदाना की कमी से निपटने के लिए जिला स्तर पर 9 लाख 30 हजार बोरे की और मांग की गई है। यह मांग किए हुए लगभग एक पखवारे से अधिक समय बीत चुका है, इसके बाद भी शासन से बोरे की लाट जिले को प्राप्त नहीं हो सकी है। बारदाना की कमी से जूझ रहे क्रय केंद्र प्रभारी जैसे तैसे गेहूं की खरीद कर रहे थे। पर अब बजट की कमी गेहूं खरीद पर विराम लग गया है।