औरैया। मंगलवार को राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक के दौरान गेहूं खरीद का मुद्दा भी उठ गया। इस दौरान तमाम समस्याएं भी उठाई गईं। गेहूं खरीद प्रभारी/अपर जिलाधिकारी से समर्थन मूल्य से कम खरीद, बारदाना देने की सशर्त खरीद की शिकायत की गई। इस पर उन्होंने जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
सरकारी खरीद केंद्रों पर बजट व बारदाना का संकट उत्पन्न के बाद पिछले दिनों शासन ने जिले में आढ़तियों के माध्यम से गेहूं खरीद शुरू कराने का फरमान जारी किया था। इसके तहत जिले के कुल 71 आढ़तियों को कमीशन पर किसानों से गेहूं खरीद के लिए अधिकृत किया गया। अब तक कमीशन एजेंटों के माध्यम से 3600 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है।
आढ़तियों की ओर से की जो खरीद की जा रही है उससे किसानोें का शोषण हो रहा है। इसी को लेकर आज समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष रामबाबू यादव, कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह कुशवाह एवं भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक (टिकैत गुट) के जिलाध्यक्ष संतकुमार तिवारी ने संयुक्त रूप से गेहूं खरीद प्रभारी/अपर जिलाधिकारी लालमणि मिश्रा से मुलाकात की और उन्हें आढ़तियों के माध्यम से की जा रही गेहूं खरीद के बारे में अवगत कराया। रामबाबू यादव का कहना था कि किसान उनसे आकर शिकायत करते हैं कि आढ़तिए समर्थन मूल्य से न करके 1160 से लेकर 1180 रुपए प्रति कुंतल दर से उनका गेहूं खरीद रहे हैं। वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह कुशवाह ने एडीएम से शिकायत की आढ़तिए जबरन किसानों से जबरन उनका बारदाना देने की शर्त पर गेहूं खरीद रहे हैं। इसी तरह भाकियू जिलाध्यक्ष संतकुमार तिवारी ने गेहूं खरीद में आढ़तियों की ओर से किसानों के साथ किए जा रहे शोषण से अवगत कराया। इस पर अपर जिलाधिकारी लालमणि मिश्रा ने कमीशन एजेंटों की ओर से की जा रही गेहूं खरीद की जांच करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि गड़बड़ी करने वाले आढ़तिए किसी भी कीमत पर बच नहीं सकेंगे। दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध प्राथमिकी तक दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने आढ़तियों को गेहूं खरीद का बैनर और उस पर समर्थन मूल्य अंकित कराकर अपने-अपने प्रतिष्ठानों के बाहर टांगने के लिए निर्देशित किया है।
औरैया। मंगलवार को राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक के दौरान गेहूं खरीद का मुद्दा भी उठ गया। इस दौरान तमाम समस्याएं भी उठाई गईं। गेहूं खरीद प्रभारी/अपर जिलाधिकारी से समर्थन मूल्य से कम खरीद, बारदाना देने की सशर्त खरीद की शिकायत की गई। इस पर उन्होंने जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
सरकारी खरीद केंद्रों पर बजट व बारदाना का संकट उत्पन्न के बाद पिछले दिनों शासन ने जिले में आढ़तियों के माध्यम से गेहूं खरीद शुरू कराने का फरमान जारी किया था। इसके तहत जिले के कुल 71 आढ़तियों को कमीशन पर किसानों से गेहूं खरीद के लिए अधिकृत किया गया। अब तक कमीशन एजेंटों के माध्यम से 3600 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है।
आढ़तियों की ओर से की जो खरीद की जा रही है उससे किसानोें का शोषण हो रहा है। इसी को लेकर आज समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष रामबाबू यादव, कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह कुशवाह एवं भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक (टिकैत गुट) के जिलाध्यक्ष संतकुमार तिवारी ने संयुक्त रूप से गेहूं खरीद प्रभारी/अपर जिलाधिकारी लालमणि मिश्रा से मुलाकात की और उन्हें आढ़तियों के माध्यम से की जा रही गेहूं खरीद के बारे में अवगत कराया। रामबाबू यादव का कहना था कि किसान उनसे आकर शिकायत करते हैं कि आढ़तिए समर्थन मूल्य से न करके 1160 से लेकर 1180 रुपए प्रति कुंतल दर से उनका गेहूं खरीद रहे हैं। वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह कुशवाह ने एडीएम से शिकायत की आढ़तिए जबरन किसानों से जबरन उनका बारदाना देने की शर्त पर गेहूं खरीद रहे हैं। इसी तरह भाकियू जिलाध्यक्ष संतकुमार तिवारी ने गेहूं खरीद में आढ़तियों की ओर से किसानों के साथ किए जा रहे शोषण से अवगत कराया। इस पर अपर जिलाधिकारी लालमणि मिश्रा ने कमीशन एजेंटों की ओर से की जा रही गेहूं खरीद की जांच करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। उन्होंने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि गड़बड़ी करने वाले आढ़तिए किसी भी कीमत पर बच नहीं सकेंगे। दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध प्राथमिकी तक दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने आढ़तियों को गेहूं खरीद का बैनर और उस पर समर्थन मूल्य अंकित कराकर अपने-अपने प्रतिष्ठानों के बाहर टांगने के लिए निर्देशित किया है।