औरैया। जिला पंचायत सभागार में हुई बैठक में स्कूलों में मिड डे मील का वितरण ठीक से होने के मामले में बीएसए और डीएसओ में नोकझोंक हो गई। मामला आगे बढ़ने से रोकने के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष को दखल देना पड़ा। उन्होंने कहा कि यहां पर अधिकारी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप के बजाए शिक्षा की गुणवत्ता को मजबूत करने पर सुझाव दें। ताकि उसके जरिए बेहतर शिक्षा बच्चों को दी जा सके।
सोमवार को जिला पंचायत अध्यक्ष मोहम्मद इरशाद ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार व शिक्षा योजनाओं का लाभ प्रत्येक बच्चों तक पहुंचाने के लिए बैठक बुलाई थी। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी मनोज कुमार अहिरवार समेत शिक्षा विभाग के समस्त खंड शिक्षाधिकारी व अन्य कर्मचारी मौजूद थे। इसके साथ ही सीडीओ एमपी सिंह, समाज कल्याण अधिकारी महिमा मिश्रा, जिला पूर्ति निरीक्षक सत्यदेव आदि मौजूद थे। बैठक में सबसे पहले एमडीएम को लेकर चर्चा हुई जिसको लेकर खाद्यान्न स्कूल पहुंचाने और खराब खाद्यान्न को लेकर डीएसओ व बीएसए के बीच नोकझोंक शुरू हो गई। डीएसओ ने कहा कि खाद्यान्न स्कूल पहुंचाकर एहसान किया जा रहा है। इस पर बीएसए ने कहा कि उसका भुगतान दिया जाता है। डीएसओ ने कहा कि भुगतान की राशि न के बराबर ही है। इस पर जिला पंचायत अध्यक्ष ने दखल देकर मामला शांत कराया। उन्होंने कहा कि कनर्वजन कास्ट, मिड्डेमील, किचन शेड के निर्माण, रसोइयों के मानदेय व प्रदेश सरकार की शिक्षा से जुड़ी योजनाओं का लाभ बच्चों को देने के संबंध में बात करनी है। एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी मंशा अच्छी शिक्षा बच्चों को दिलाना है। बैठक में एमडीएम प्रभारी प्रत्यूष दुबे ने जिले का ब्योरा प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में चोरी गए सिलेंडर से मिड्डेमील योजना प्रभावित हो रही है। रिपोर्ट दर्ज न होने पर सिलेंडर स्कूल नहीं पहुंचे हैं। इस पर श्री इरशाद ने शीघ्र एसपी से बात करने की बात कही। बैठक में सीडीओ एमपी सिंह ने कहा कि सभी शिक्षाधिकारी विद्यालयों में निरीक्षण कर मिड डे मील की गुणवत्ता परखे। इसमें लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
औरैया। जिला पंचायत सभागार में हुई बैठक में स्कूलों में मिड डे मील का वितरण ठीक से होने के मामले में बीएसए और डीएसओ में नोकझोंक हो गई। मामला आगे बढ़ने से रोकने के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष को दखल देना पड़ा। उन्होंने कहा कि यहां पर अधिकारी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप के बजाए शिक्षा की गुणवत्ता को मजबूत करने पर सुझाव दें। ताकि उसके जरिए बेहतर शिक्षा बच्चों को दी जा सके।
सोमवार को जिला पंचायत अध्यक्ष मोहम्मद इरशाद ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार व शिक्षा योजनाओं का लाभ प्रत्येक बच्चों तक पहुंचाने के लिए बैठक बुलाई थी। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी मनोज कुमार अहिरवार समेत शिक्षा विभाग के समस्त खंड शिक्षाधिकारी व अन्य कर्मचारी मौजूद थे। इसके साथ ही सीडीओ एमपी सिंह, समाज कल्याण अधिकारी महिमा मिश्रा, जिला पूर्ति निरीक्षक सत्यदेव आदि मौजूद थे। बैठक में सबसे पहले एमडीएम को लेकर चर्चा हुई जिसको लेकर खाद्यान्न स्कूल पहुंचाने और खराब खाद्यान्न को लेकर डीएसओ व बीएसए के बीच नोकझोंक शुरू हो गई। डीएसओ ने कहा कि खाद्यान्न स्कूल पहुंचाकर एहसान किया जा रहा है। इस पर बीएसए ने कहा कि उसका भुगतान दिया जाता है। डीएसओ ने कहा कि भुगतान की राशि न के बराबर ही है। इस पर जिला पंचायत अध्यक्ष ने दखल देकर मामला शांत कराया। उन्होंने कहा कि कनर्वजन कास्ट, मिड्डेमील, किचन शेड के निर्माण, रसोइयों के मानदेय व प्रदेश सरकार की शिक्षा से जुड़ी योजनाओं का लाभ बच्चों को देने के संबंध में बात करनी है। एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी मंशा अच्छी शिक्षा बच्चों को दिलाना है। बैठक में एमडीएम प्रभारी प्रत्यूष दुबे ने जिले का ब्योरा प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में चोरी गए सिलेंडर से मिड्डेमील योजना प्रभावित हो रही है। रिपोर्ट दर्ज न होने पर सिलेंडर स्कूल नहीं पहुंचे हैं। इस पर श्री इरशाद ने शीघ्र एसपी से बात करने की बात कही। बैठक में सीडीओ एमपी सिंह ने कहा कि सभी शिक्षाधिकारी विद्यालयों में निरीक्षण कर मिड डे मील की गुणवत्ता परखे। इसमें लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।