औरैया। प्राथमिक शिक्षा यानि देश का भविष्य, परिषदीय विद्यालयाें में दरकती शिक्षा की नीव को संबल प्रदान करने के लिए शासन स्तर से कवायद शुरू हो गई है। दिन प्रतिदिन गिरते शैक्षिक मौहाल को सुधारने के लिए शासन के निर्देश पर जिले में 221 स्वयंसेवकों की नियुक्तियां की गई है। यह स्वयंसेवक परिषदीय विद्यालयाें का औचक निरीक्षण कर शिक्षा की स्थिति को परखेंगे और अपनी रिपोर्ट खंड शिक्षा अधिकारी को सौपेंगे। यह कार्य वायलेंटियर आज से शुरू कर रहे है।
शिक्षा का हक अभियान 2012-13 के तहत परिषदीय विद्यालयाें में शिक्षा के अधिकार के अनुपालन के लिए केंद्र सरकार की इस नई व्यवस्था के तहत जिले में 221 स्वयंसेवकों की नियुक्तियां की है। यह स्वयंसेवक एक पखवारे में अपनी रिपोर्ट खण्ड शिक्षा अधिकारी को सौंपेंगे। इसमें स्वयंसेवक विद्यालय जाकर टीचरों की संख्या, उपस्थित अनुपस्थित, विद्यालय में मौजूद संसाधन, पंजीकृत बच्चाें की संख्या, छात्रवृत्ति एवं ड्रेस वितरण, एमडीएम, स्वच्छता के साथ ही विद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता की भी परख करेंगे। इसके लिए बेसिक शिक्षा कार्यालय ने जिले की कुल 75 न्याय पंचायतों में दो-दो तो ब्लाक स्तर पर 30 स्वयंसेवकों की नियुक्ति की है। इन स्वयंसेवकों को निरीक्षण कार्य के लिए यात्रा भत्ता और स्वल्पाहार की धनराशि प्रदान की जाएगी। नगर क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयाें के लिए नगरीय संसाधन केंद्र पर 10 स्वयंसेवकों को नियुक्ति किया गया है। सर्व शिक्षा अभियान से जुड़े जिला समन्वयक एनके दुबे ने बताया कि आज से शुरू हो रहीं स्वयंसेवकाें की सेवाओं का जल्द ही सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा।