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औरैया। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन की बैठक गुरुवार को जिला अस्पताल में हुई। अध्यक्षता डा.प्रमोद त्रिपाठी ने की। इसमें नवीन तैनाती के फार्मासिस्टों के वेतन का आहरण और वितरण 15 दिन के अंदर करने का प्रस्ताव पारित किया गया।
बैठक में जिलाध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने कहा कि फार्मासिस्टों की नियुक्तियां प्रांत स्तर पर होने के कारण इनके सत्यापन का कोई औचित्य नहीं है। जबकि मुख्य चिकित्साधिकारी ने ही इनको नियुक्त किया है। उन्होंने नवीन फार्मासिस्टों की एसीपी का ऐरियर का भुगतान करने की मांग की। इसके अलावा जिन फार्मासिस्टों की एसीपी लंबित हैं उन्हें जनवरी में तुरंत लागू कर वेतन निर्धारित करने की भी मांग की। डा.त्रिपाठी ने इन मांगों को अविलंब मानकर निस्तारण करने की आवाज उठाई है। चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 15 दिन में उनकी मांगें न मानी गई तो वे आंदोलन की राह अपनाने को बाध्य होंगे। बैठक में डा.प्रमोद त्रिपाठी ने अपने फार्मासिस्टों को अपनी जिम्मेदारियों को अच्छे ढंग से निभाने की नसीहत दी। डा.रामभक्त वर्मा मंडलीय सचिव ने कहा कि फार्मासिस्ट स्वास्थ्य विभाग की रीड़ हैं। जनपद के दूर दराज क्षेत्रों में फार्मासिस्ट ही अस्पतालों का कार्य संचालन कर रहे हैं। इस मौके पर डा.जेके सचान, डा.सुरेंद्र गौतम, डा.सत्य प्रकाश, डा.सत्यपाल, डा.शिव कुमार सोनी, डा.मुन्नू लाल, डा.करन सिंह आदि उपस्थित थे।
औरैया। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन की बैठक गुरुवार को जिला अस्पताल में हुई। अध्यक्षता डा.प्रमोद त्रिपाठी ने की। इसमें नवीन तैनाती के फार्मासिस्टों के वेतन का आहरण और वितरण 15 दिन के अंदर करने का प्रस्ताव पारित किया गया।
बैठक में जिलाध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने कहा कि फार्मासिस्टों की नियुक्तियां प्रांत स्तर पर होने के कारण इनके सत्यापन का कोई औचित्य नहीं है। जबकि मुख्य चिकित्साधिकारी ने ही इनको नियुक्त किया है। उन्होंने नवीन फार्मासिस्टों की एसीपी का ऐरियर का भुगतान करने की मांग की। इसके अलावा जिन फार्मासिस्टों की एसीपी लंबित हैं उन्हें जनवरी में तुरंत लागू कर वेतन निर्धारित करने की भी मांग की। डा.त्रिपाठी ने इन मांगों को अविलंब मानकर निस्तारण करने की आवाज उठाई है। चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 15 दिन में उनकी मांगें न मानी गई तो वे आंदोलन की राह अपनाने को बाध्य होंगे। बैठक में डा.प्रमोद त्रिपाठी ने अपने फार्मासिस्टों को अपनी जिम्मेदारियों को अच्छे ढंग से निभाने की नसीहत दी। डा.रामभक्त वर्मा मंडलीय सचिव ने कहा कि फार्मासिस्ट स्वास्थ्य विभाग की रीड़ हैं। जनपद के दूर दराज क्षेत्रों में फार्मासिस्ट ही अस्पतालों का कार्य संचालन कर रहे हैं। इस मौके पर डा.जेके सचान, डा.सुरेंद्र गौतम, डा.सत्य प्रकाश, डा.सत्यपाल, डा.शिव कुमार सोनी, डा.मुन्नू लाल, डा.करन सिंह आदि उपस्थित थे।