प्रयागराज। कौशाम्बी के एक मदरसे में शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा करने और हवाला के जरिए रकम अर्जित करने की शिकायत केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है। मंत्री ने मदरसे के प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले की अरबी-फारसी बोर्ड से जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सीएम से आग्रह किया गया है। उधर, मदरसा प्रबंधन ने इसे बदनाम करने की साजिश करार दिया है।
केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने कौशाम्बी के चायल तहसील स्थित बिकहा गांव में संचालित होने वाले मदरसा सईदुल उलूम में शिक्षकों की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है। इस मदरसे में शिक्षकों की नियुक्ति में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी कर सरकारी धन के दुरुपयोग की भी बात कही गई है। शिकायत में कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। खास तौर से प्रबंधन पर एक ही परिवार के कई सदस्यों को नौकरी देने और लाभ पहुंचाने की भी बात कही गई है। इस मान्यता प्राप्त मदरसे में फर्जीवाड़ा की शिकायत पहले भी कई बार की जा चुकी है। लेकिन, प्रभाव की वजह से प्रबंधतंत्र इस मामले को हमेशा दबवाने में कामयाब हो जाता रहा है।
इस बार इस मामले में केंद्रीय राज्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद नीचे से लेकर ऊपर तक मदरसे को लेकर अफसरों के कान खड़े हो गए हैं। मदरसा सईदुल उलूम में शिक्षकों की नियुक्ति में हुई गड़बड़ी के साथ ही हवाला कारोबार के जरिए धन अर्जित करने के मामले की अरबी -फारसी बोर्ड के अलावा अन्य सुरक्षा एजेंसियों से जांच कराकर दोषियों को दंडित कराने की बात कही गई है। हालांकि उधर, मदरसा सईदुल उलूम के प्रबंधन का कहना है कि फर्जी डिग्री के आधार पर काम करने वाले एक शिक्षक को यहां से निस्कासित किया गया है। वही शिक्षक वहां इस तरह की शिकायतें करवा कर मदरसे को बदनाम करने की साजिश करवा रहा है।