{"_id":"64842fe98590af86fb0c5d19","slug":"murderer-sister-was-married-in-girlfriend-s-village-both-lived-in-live-in-for-a-long-time-2023-06-10","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"Crime :प्रेमी ने प्रेमिका को हटाने के लिए दी थी 30 हजार की सुपारी, सेप्टिक टैंक में मिल शव, ऐसे खुला राज","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Crime :प्रेमी ने प्रेमिका को हटाने के लिए दी थी 30 हजार की सुपारी, सेप्टिक टैंक में मिल शव, ऐसे खुला राज
अमर उजाला नेटवर्क, प्रयागराज
Published by: विनोद सिंह
Updated Sat, 10 Jun 2023 05:14 PM IST
प्रेमिका की हत्या कर शव को सेप्टिक टैंक में छिपाने के मामले में एक नया खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि हत्यारोपी के बहन की शादी उसकी प्रेमिका के गांव में हुई थी। शादी के बाद से ही वह प्रेमिका के संपर्क में आया था। इसके बाद दोनों काफी दिनों तक लिव इन रिलेशन में रहे।
आरोपी आशीष और मृतका राज केसर। फाइल फोटो
- फोटो : अमर उजाला।
प्रेमिकी का हत्या करने के बाद शव को सेप्टिक टैंक में छिपाने के आरोपी प्रेमी को पुलिस ने शुक्रवार को ही गिरफ्तार कर लिया था। शनिवार को उसके दो दोस्तों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों ने आशीष का इस वारदात को अंजाम देने में पूरा साथ दिया और शव ले जाकर सेप्टिक टैंक में डाल दिया। उसके ऊपर से गिट्टी, सीमेंट बालू डालकर उपर से प्लास्टर कर दिया। हत्यारों ने इस तरह से शव छिपाया था कि पुलिस उसे कभी खोज नहीं पाती। सीडीआर और अन्य साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने जब आशीष से कड़ाई से पूछताछ कि तब जाकर उसने राज उगला और हत्या की बात कुबुल की। इसके बाद उसने शव को भी बरामद कराया। बताया जाता है कि आशीष ने प्रेमिका की हत्या के लिए 30 हजार की सुपारी दी थी। पुलिस ने आरोपी प्रेमी और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया है।
सेफ्टी टैक में मिलीं महिला के शव को लेकर हत्या में शामिल प्रेमी सहित दो लोगों को पुलिस किया गिरफ्तार प्रेमी ने प्रेमिका को हटाने के लिए दी थी तीस हजार की सुपारी
बताया जा रहा है कि आशीष और राज केसर काफी दिनों तक लिव इन में रहे। दोनों को एक साथ अक्सर देखा जाता था और इनके परिवार के लोगों को भी इनके संबंध की जानकारी थी। मामला उस समय उलझ गया जब आशीष ने शादी की बात होने लगी। प्रेमिका की हत्या करने के चार दिन बाद 28 मई को आशीष ने बाराबंकी में जाकर शादी कर ली। 24 मई को आशीष ने बातचीत के लिए राजकेसर को बुलाया था लेकिन मामला बिगड़ गया और आशीष ने राज की हत्या कर दी। इसके बाद अपने दोस्तों अशोक गौतम और राकेश यादव की मदद से शव को ठिकाने लगा दिया।
2016 में आए थे दोनों संपर्क में
अपनी प्रेमिका की हत्या का शव सेफ्टी टैंक में छिपाने वाले प्रेमी आशीष की बहन की शादी कुंजल वैश्य के पुरा में वर्ष 2016 में हुई थी। इसी के बाद से आशीष राज केसर चौधरी से संपर्क में आया था। दोनों कई साल तक लिव इन रिलेशन में थे। आशीष की शादी तय होने के बाद ही दोनों के रिश्ते में खटास आई थी। इसकी जानकारी राज के परिजनों को भी थी।
उनका कहना था कि आशीष ने अपनी शादी की बात राज केसर से छिपाई थी। जब शादी की बात सामने आई तो 24 मई को आशीष ने उसे बातचीत के लिए बुलाया था, लेकिन बात बिगड़ गई और आशीष ने राज की हत्या कर दी। घटना स्थल पर पहुंची राजकेसर की मां ने बताया आशीष का उसके घर में बराबर आना जाना रहता था।
राज केसर की अन्य बहनों की हो गई थी शादी
आशीष के साथ चक्कर चलने के चलते राज केसर ने अपनी शादी नहीं की। उसकी दो छोटी बहनों की शादी हो गई थी, लेकिन राज केसर आशीष से ही शादी करने की जिद पर अड़ी थी। आशीष प्रेमिका से पीछा छुड़ाने लगा था, जिस पर उसका राज केसर से आए दिन विवाद होता था। जब से आशीष ने अपनी शादी दूसरी लड़की से करने की बात प्रेमिका से बताई तब से दोनों के रिश्तों में खटास आने लगा था।
प्रेमिका के पैसे से खरीदा है फ्लैट
राज केसर के परिजनों का आरोप है कि आशीष अपनी प्रेमिका राज केसर के पैसे से ही गांव में फ्लैट लिया था। उसने राज को झांसा दिया था कि वह फ्लैट खरीद लेगा तो शादी के बाद दोनों इसी में रहेंगे। राज के पास पैसे की कमी नहीं थी। पिता की मौत के बाद उसे मोटी रकम बीमे के तौर पर मिली थी। साथ ही वह खुद भी ब्यूटी पार्लर से अच्छी कमाई करती थी। इसका फायदा उठाकर आशीष उससे पैसा भी ऐंठता था। आशीष और उसका परिवार पढ़ा लिखा है लेकिन इसकी आमदनी का कोई विशेष साधन नहीं था। लोगों के आय, निवास आदि कागजात बनावकर वह कुछ पैसे कमा लेता था।
ब्यूटी पार्लर और सिलाई सेंटर चलाती थी राज
करछना। राजकेसर चौधरी गांव में ही सिलाई सेंटर और ब्यूटी पार्लर चलाती थी। पिता की 2015 मे मृत्यु के बाद वह बड़ी होने के नाते घर का सारी जिम्मेदारी उठा रही थी और वह हमेशा करती थी कि बहनों की शादी के बाद अपनी शादी करूंगी। मौके पर प्रभारी निरीक्षक करछना विश्वजीत सिंह के साथ थाने से महिला सिपाही और पुलिस मौजूद रही। आशीष तहसील और ब्लाक में शादी अनुदान के लिए लोगों का काम करवाता था।
बसपा नेता के रिश्तेदार है हत्यारोपी
प्रेमिका की हत्या करने वाला हत्यारोपी आशीष बसपा के एक बड़े नेता का रिश्तेदार है। प्रेमिका की हत्या के बाद वह मामले को नया मोड़ देने के लिए प्रेमिका के परिवार वालों के साथ उसकी तलाश के साथ ही अपने रिश्तेदार के प्रभाव का इस्तेमाल कर पुलिस पर भी उसकी खोजबीन के लिए दबाव डाल रहा था।
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
विज्ञापन
विज्ञापन
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
अतिरिक्त ₹50 छूट सालाना सब्सक्रिप्शन पर
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।