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इलाहाबाद। जिला न्यायालय में रविवार को आयोजित मेगा लोक अदालत के दौरान 3032 मुकदमों का निस्तारण किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में जनपद न्यायाधीश शंकर प्रसाद श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आयोजित मेगा लोक आदालत में फौजदारी के 2670 मामले भी निपटे, जिनसे चार लाख आठ हजार 460 रुपये जुर्माना वसूल किया गया।
प्राधिकरण के सचिव मोहम्मद रिजवान अहमद के अनुसार लोक अदालत में सुलह-समझौते के आधार पर सिविल के 35 और 23 उत्तराधिकार वाद निर्णीत हुए। उत्तराधिकार के इन 23 मामलों में अच्छादित धनराशि 87 लाख 82 हजार 185 रुपये थी। इसके अलावा मोटर दुर्घटना प्रतिकर के 13 मामले निपटाकर पीड़ित पक्षकारों को 30 लाख पांच हजार 361 रुपये प्रतिकर के रूप में दिलाए गए। वहीं सुलह समझौते के आधार पर 45 पारिवारिक मामले भी निस्तारित किए गए। साथ ही गुजारा भत्ता के रूप में पक्षकारों को 18 लाख 18 हजार रुपये दिलाए गए। मेगा लोक अदालत में राजस्व के 243 और श्रम के तीन मुकदमों का भी निस्तारण किया गया।
इलाहाबाद। जिला न्यायालय में रविवार को आयोजित मेगा लोक अदालत के दौरान 3032 मुकदमों का निस्तारण किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में जनपद न्यायाधीश शंकर प्रसाद श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आयोजित मेगा लोक आदालत में फौजदारी के 2670 मामले भी निपटे, जिनसे चार लाख आठ हजार 460 रुपये जुर्माना वसूल किया गया।
प्राधिकरण के सचिव मोहम्मद रिजवान अहमद के अनुसार लोक अदालत में सुलह-समझौते के आधार पर सिविल के 35 और 23 उत्तराधिकार वाद निर्णीत हुए। उत्तराधिकार के इन 23 मामलों में अच्छादित धनराशि 87 लाख 82 हजार 185 रुपये थी। इसके अलावा मोटर दुर्घटना प्रतिकर के 13 मामले निपटाकर पीड़ित पक्षकारों को 30 लाख पांच हजार 361 रुपये प्रतिकर के रूप में दिलाए गए। वहीं सुलह समझौते के आधार पर 45 पारिवारिक मामले भी निस्तारित किए गए। साथ ही गुजारा भत्ता के रूप में पक्षकारों को 18 लाख 18 हजार रुपये दिलाए गए। मेगा लोक अदालत में राजस्व के 243 और श्रम के तीन मुकदमों का भी निस्तारण किया गया।