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इलाहाबाद। नई दिल्ली से हावड़ा रुट पर शुक्रवार रात साढ़े तीन घंटे गाड़ियों का संचालन प्रभावित रहा। दिल्ली से डिब्रूगढ़ जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस के इंजन का पेंटो कानपुर से इलाहाबाद के बीच करबिगवा स्टेशन के पास ओएचई तार में फंसकर टूट गया। इससे कारण ट्रेन वहीं खड़ी हो गई। इंजन के पेंटों में तार इस तरह फंस गया कि गाड़ी को आगे बढ़ाना मुश्किल हो गया। मरम्मत के लिए इलाहाबाद से टॉवर वैगन बुलाई गई। पूरी तरह ठीक न होने के कारण इलाहाबाद जंक्शन पर ट्रेन का इंजन बदलकर फिर इसे चलाया गया। मेन रूट पर इस ट्रेन के रुकने के कारण इसके पीछे पटना राजधानी, भुवनेश्वर राजधानी समेत करीब दर्जनभर ट्रेनें फंस गईं।
गाड़ी संख्या 12424 नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी करबिगवा स्टेशन के पास पहुंची थी। रात करीब 9.20 बजे ओएचई का तार टूटकर इंजन के पेंटो में फंस गया। तेज रफ्तार ट्रेन होने के कारण वायर इंजन के पेंटो में बुरी तरह लिपट गया। साथ ही काफी दूर तक तार भी क्षतिग्रस्त हो गया। इस ट्रेन के पीछे थोड़ी-थोड़ी दूरी तक करीब आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेनेें लगी थीं। इसके रुकते ही सभी को रोकना पड़ा। सभी तरकीबें नाकामयाब होने पर इलाहाबाद से टॉवर वैगन भेजा गया। रात 10.30 बजे पहुंचे टॉवर वैगन की मदद से तार छुड़ाया गया। इस घटना के कारण इंजन का एक पेंटो भी क्षतिग्रस्त हो गया। एक पेंटो से ट्रेन को धीरे-धीरे चलाया गया और रात 11.25 बजे यह ट्रेन सिराथू स्टेशन के पास पहुंच सकी। बाद में दूसरा इंजन लगाकर रवाना किया गया। इस घटना के कारण 3.30 घंटे तक कानपुर से इलाहाबाद के बीच ट्रेनों का आवागमन बंद रहा। राजधानी और दूरंतो एक्सप्रेस के गुजरने का वक्त होने के कारण करबिगवा से कानपुर तक ट्रेनों की कतार लग गई। छोटे-बड़े सभी स्टेशनों पर ट्रेनों को रोकना पड़ा। दूसरी ओर इलाहाबाद जंक्शन पर चौरीचौरा एक्सप्रेस का भी इंजन फेल हो गया। दूसरा इंजन लगाकर इसे भी पौन घंटे बाद गोरखपुर के लिए रवाना किया गया।
इलाहाबाद। नई दिल्ली से हावड़ा रुट पर शुक्रवार रात साढ़े तीन घंटे गाड़ियों का संचालन प्रभावित रहा। दिल्ली से डिब्रूगढ़ जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस के इंजन का पेंटो कानपुर से इलाहाबाद के बीच करबिगवा स्टेशन के पास ओएचई तार में फंसकर टूट गया। इससे कारण ट्रेन वहीं खड़ी हो गई। इंजन के पेंटों में तार इस तरह फंस गया कि गाड़ी को आगे बढ़ाना मुश्किल हो गया। मरम्मत के लिए इलाहाबाद से टॉवर वैगन बुलाई गई। पूरी तरह ठीक न होने के कारण इलाहाबाद जंक्शन पर ट्रेन का इंजन बदलकर फिर इसे चलाया गया। मेन रूट पर इस ट्रेन के रुकने के कारण इसके पीछे पटना राजधानी, भुवनेश्वर राजधानी समेत करीब दर्जनभर ट्रेनें फंस गईं।
गाड़ी संख्या 12424 नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी करबिगवा स्टेशन के पास पहुंची थी। रात करीब 9.20 बजे ओएचई का तार टूटकर इंजन के पेंटो में फंस गया। तेज रफ्तार ट्रेन होने के कारण वायर इंजन के पेंटो में बुरी तरह लिपट गया। साथ ही काफी दूर तक तार भी क्षतिग्रस्त हो गया। इस ट्रेन के पीछे थोड़ी-थोड़ी दूरी तक करीब आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेनेें लगी थीं। इसके रुकते ही सभी को रोकना पड़ा। सभी तरकीबें नाकामयाब होने पर इलाहाबाद से टॉवर वैगन भेजा गया। रात 10.30 बजे पहुंचे टॉवर वैगन की मदद से तार छुड़ाया गया। इस घटना के कारण इंजन का एक पेंटो भी क्षतिग्रस्त हो गया। एक पेंटो से ट्रेन को धीरे-धीरे चलाया गया और रात 11.25 बजे यह ट्रेन सिराथू स्टेशन के पास पहुंच सकी। बाद में दूसरा इंजन लगाकर रवाना किया गया। इस घटना के कारण 3.30 घंटे तक कानपुर से इलाहाबाद के बीच ट्रेनों का आवागमन बंद रहा। राजधानी और दूरंतो एक्सप्रेस के गुजरने का वक्त होने के कारण करबिगवा से कानपुर तक ट्रेनों की कतार लग गई। छोटे-बड़े सभी स्टेशनों पर ट्रेनों को रोकना पड़ा। दूसरी ओर इलाहाबाद जंक्शन पर चौरीचौरा एक्सप्रेस का भी इंजन फेल हो गया। दूसरा इंजन लगाकर इसे भी पौन घंटे बाद गोरखपुर के लिए रवाना किया गया।