इलाहाबाद। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से देश भर में पहली बार हो रही संयुक्त मेडिकल प्रवेश परीक्षा-नेशनल एलिजिबिलिटी कम इन्ट्रेंस टेस्ट (एनईईटी) में सेलेक्शन के लिए जीव विज्ञान में अच्छी तैयारी मेडिकल प्रतियोगियों की सफलता की राह आसान कर सकती है। सीबीएसई ने एक दिसंबर को जारी पैटर्न में सुधार करते हुए परीक्षा में जीव विज्ञान के प्रश्नों की संख्या 60 से बढ़ाकर 90 कर दी है। नीट की मेरिट बनाते समय भी सीबीएसई ने दो परीक्षार्थियों के अंक बराबर होने की स्थिति में जीव विज्ञान में अधिक अंक पाने वाले को वरीयता देने की घोषणा की है।
सीबीएसई ने पहली बार नीट के परीक्षा पैटर्न में भौतिकी, रसायन और जीव विज्ञान को मिलाकर कुल 180 प्रश्न तय किए थे। इसमें 60-60 प्रश्न सभी खण्ड से रखे गए थे। सीबीएसई ने मेडिकल काउंसलर डॉ. एके वर्मा की ओर से आरटीआई से मांगी गई जानकारी में परीक्षा पैटर्न के बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट की थी। इससे पहले होने वाली मेडिकल प्रवेश परीक्षा में भौतिकी और रसायन के प्रश्नों की संख्या जीव विज्ञान के प्रश्नों की संख्या के बराबर होती थी। इस बात की जानकारी सीबीएसई को पत्र के माध्यम से डॉ. एके वर्मा ने भेजी। पहले के पैटर्न की जानकारी मिलने के बाद सीबीएसई ने नीट के परीक्षा पैटर्न में संशोधन करके जीव विज्ञान के प्रश्नों की संख्या 90 कर दी। संशोधन के बाद सीबीएसई ने भौतिकी और रसायन के प्रश्नों की संख्या 60-60 से कम करके 45-45 कर दी है। सीबीएसई की ओर से एक पत्र डॉ. एके वर्मा को भेजा गया है, इसमें बदले पैटर्न की जानकारी दी गई है। बदले पैटर्न के बाद अब परीक्षार्थियों को भौतिकी के डर से मुक्ति मिल गई है। जीव विज्ञान और रसायन विज्ञान में अधिक अंक पाने वाले परीक्षार्थियों को प्रवेश में वरीयता दी जाएगी।
इलाहाबाद। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से देश भर में पहली बार हो रही संयुक्त मेडिकल प्रवेश परीक्षा-नेशनल एलिजिबिलिटी कम इन्ट्रेंस टेस्ट (एनईईटी) में सेलेक्शन के लिए जीव विज्ञान में अच्छी तैयारी मेडिकल प्रतियोगियों की सफलता की राह आसान कर सकती है। सीबीएसई ने एक दिसंबर को जारी पैटर्न में सुधार करते हुए परीक्षा में जीव विज्ञान के प्रश्नों की संख्या 60 से बढ़ाकर 90 कर दी है। नीट की मेरिट बनाते समय भी सीबीएसई ने दो परीक्षार्थियों के अंक बराबर होने की स्थिति में जीव विज्ञान में अधिक अंक पाने वाले को वरीयता देने की घोषणा की है।
सीबीएसई ने पहली बार नीट के परीक्षा पैटर्न में भौतिकी, रसायन और जीव विज्ञान को मिलाकर कुल 180 प्रश्न तय किए थे। इसमें 60-60 प्रश्न सभी खण्ड से रखे गए थे। सीबीएसई ने मेडिकल काउंसलर डॉ. एके वर्मा की ओर से आरटीआई से मांगी गई जानकारी में परीक्षा पैटर्न के बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट की थी। इससे पहले होने वाली मेडिकल प्रवेश परीक्षा में भौतिकी और रसायन के प्रश्नों की संख्या जीव विज्ञान के प्रश्नों की संख्या के बराबर होती थी। इस बात की जानकारी सीबीएसई को पत्र के माध्यम से डॉ. एके वर्मा ने भेजी। पहले के पैटर्न की जानकारी मिलने के बाद सीबीएसई ने नीट के परीक्षा पैटर्न में संशोधन करके जीव विज्ञान के प्रश्नों की संख्या 90 कर दी। संशोधन के बाद सीबीएसई ने भौतिकी और रसायन के प्रश्नों की संख्या 60-60 से कम करके 45-45 कर दी है। सीबीएसई की ओर से एक पत्र डॉ. एके वर्मा को भेजा गया है, इसमें बदले पैटर्न की जानकारी दी गई है। बदले पैटर्न के बाद अब परीक्षार्थियों को भौतिकी के डर से मुक्ति मिल गई है। जीव विज्ञान और रसायन विज्ञान में अधिक अंक पाने वाले परीक्षार्थियों को प्रवेश में वरीयता दी जाएगी।